निर्वाचन कार्यालय से गायब हुए नियुक्ति के दस्तावेज
प्रेमशकर मिश्र ने मागा था नियुक्ति का दस्तावेज। मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी दर्ज कराई शिकायत।
लखनऊ[जितेंद्र उपाध्याय]। राजधानी के जिला निर्वाचन कार्यालय में तैनात अस्थायी और स्थायी कर्मचारी की नियुक्ति की रिपोर्ट और ज्वाइनिंग का दस्तावेज पत्रवली में उपलब्ध नहीं हैं। यह हम नहीं कह रहे हैं, यह कहना है कि जिला निर्वाचन अधिकारी कार्यालय के जन सूचना अधिकारी अभय किशोर का।
आलमबाग के छोटा बरहा निवासी प्रेमशकर मिश्र ने 17 मई 2018 में निर्वाचन कार्यालय में अस्थायी रूप से तैनात दस्तावेजों की प्रमाणित प्रति मागी थी। चुनाव के दौरान उनकी नियुक्ति के प्रपत्र की जानकारी के साथ ही साथी कर्मचारी शकुंतला बिष्ट की भी जानकारी मागी थी, लेकिन दोनों के नियुक्ति दस्तावेत की पत्रवली उपलब्ध न होने की सूचना देकर कार्यालय के जन सूचना अधिकारी ने हाथ खड़े कर दिए।
इसलिए मागी सूचना:
महिला कर्मचारी शकुंतला बिष्ट की अस्थायी नियुक्ति वर्ष 1987-88 में हुई और उनका कार्यकाल 1991 में तीन वर्ष और 29 दिन हो गया और विभाग ने उन्हें स्थायी कर दिया। 1980 में अस्थायी रूप से तैनात प्रेम शकर मिश्र को 22 महीने काम करने का हवाला देकर स्थायी नियुक्ति की सूची से बाहर कर दिया गया। उन्होंने तीन वर्ष 29 दिन काम करने वाली महिला कर्मचारी शकुंतला और अपनी नियुक्ति का दस्तावेज मागा तो जिला निर्वाचन अधिकारी कार्यालय के अधिकारियों ने हाथ खड़े कर दिए। संघर्ष के साथ हो गए सेवानिवृत्त:
वर्ष 1992 से स्थायी नियुक्ति की दौड़ लगा रहे प्रेम पिछले महीने 60 साल की उम्र को पार कर गए, लेकिन उन्हें नौकरी नहीं मिली। उनका कहना है कि मुख्यमंत्री और राज्यपाल से शिकायत करके नियुक्ति में हुए खेल के आरोपियों को सजा दिलाने के लिए संघर्ष करते रहेंगे। उन्होंने मुख्य निर्वाचन आयुक्त को भी शिकायती पत्र भेजा है।