सात दिन में पोलिंग बूथ होंगे दुरुस्त, DM ने दिया अल्टीमेटम
बिजली और शौचालय सहित सभी मूलभूत सुविधाओं को दुरुस्त करने के लिए डीएम का अल्टीमेटम। डीएम कौशल राज शर्मा ने कई अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया।
लखनऊ, जेएनएन। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने पोलिंग बूथों में बिजली और शौचालय सहित सभी मूलभूत सुविधाओं को दुरुस्त करने के लिए सात दिन का अल्टीमेटम दिया है। इसके बाद जांच में अगर बूथों पर गड़बड़ी मिली तो अधिकारी जिम्मेदार होंगे। वहीं, डीएम ने कई अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया।
जिलाधिकारी ने मंगलवार को सभी जोनल और सेक्टर मजिस्ट्रेट को बूथों का निरीक्षण करने के निर्देश दिए थे। डीएम ने अफसरों से एक-एक बूथ पर जाकर वहां मौजूद सभी सुविधाओं की फोटो मांगी। जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा विधानसभा बख्शी का तालाब, मलिहाबाद और मोहनलालगंज में बूथों पर स्थित 23 बिंदुओं के आधार पर उपलब्ध व्यवस्थाओं की गहन समीक्षा की। रिपोर्ट के अनुसार कुछ बूथों पर पुताई नहीं हुई तो कहीं पर रैंप क्षतिग्रस्त हैं, कुछ बूथों पर बिजली कनेक्शन नहीं है। इसके लिए जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा नाराजगी व्यक्त की गई। डीएम ने निर्देश दिए कि जिन बूथों पर अब भी शतप्रतिशत 23 बिंदुओं की व्यवस्थाओं को सुनिश्चित नहीं किया गया, उनके संबंधित अधिकारियों के विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी।
वहीं, निरीक्षण के दौरान सेक्टर 11 मेहरौली में करसनडा, डिडौली और भगोली के प्राथमिक विद्यालय बंद मिलने पर विद्यालय के अध्यापकों का वेतन रोकने के निर्देश दिए गए। सेक्टर मजिस्ट्रेट बख्शी का तालाब द्वारा अवगत कराया गया कि कम्युनिकेशन प्लान में प्रधानों के मोबाइल नंबर पुराने दर्ज हो गए हैं, जिसके लिए जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा प्लान को संशोधित करने के निर्देश दिए और बाकी सभी विधानसभा क्षेत्रों के कम्युनिकेशन प्लान को फिर से री चेक करने और नंबरों की नई सूची प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
तो ये होंगे जवाबदेह
- यदि विद्यालय के अंदर रैंप या मरम्मत का कार्य बाकी है तो इसके लिए खंड शिक्षा अधिकारियों की जिम्मेदार
- संपर्क मार्ग और साफ सफाई से संबंधित समस्या पर सचिवों की जिम्मेदारी
- बिजली कनेक्शन नहीं होने पर संबंधित एसडीओ
- सड़क के लिए समस्या होने पर एक्ससीएन