दिव्यकांत शुक्ला होंगे यूपी बोर्ड के कार्यवाहक सचिव, नीना श्रीवास्तव का 30 जून को खत्म हो रहा सेवा विस्तार
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) के कार्यवाहक सचिव दिव्यकांत शुक्ला होंगे। वह 30 जून को कार्यभार संभालेंगे। पूर्णकालिक सचिव की तैनाती होने तक वह कार्यभार देखेंगे।
लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) के कार्यवाहक सचिव दिव्यकांत शुक्ला होंगे। वह 30 जून को कार्यभार संभालेंगे। दरअसल, इस पद पर कार्यरत नीना श्रीवास्तव का सेवा विस्तार 30 जून को खत्म हो रहा है। अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा आराधना शुक्ला ने बताया कि अभी माध्यमिक शिक्षा विभाग, प्रयागराज में संयुक्त निदेशक के पद पर कार्यरत दिव्यकांत शुक्ला को ओएसडी भेजा गया है।
यूपी बोर्ड की सचिव नीना श्रीवास्तव मार्च में सेवानिवृत्त हो रहीं थी लेकिन, यूपी बोर्ड की परीक्षा के चलते उन्हें 30 जून तक सेवा विस्तार दिया गया था। सेवा विस्तार खत्म होने पर वह दिव्यकांत शुक्ला को कार्यभार सौंपेंगी। पूर्णकालिक सचिव की तैनाती होने तक शुक्ला कार्यभार देखेंगे। मालूम हो कि यूपी बोर्ड का हाईस्कूल व इंटरमीडिएट का परिणाम 27 जून को घोषित होना है। इस दौरान कार्य प्रभावित न होने देने के लिए शुक्ला को अभी से ओएसडी बनाकर भेज दिया गया है।
अहम पदों पर रहे दिव्यकांत : पार्टी कार्यकर्ता सरकारों को हमारी तुम्हारी के चश्मे से देखते हैं लेकिन, अफसरों के लिए हर सरकार उनकी है। जो अफसर सरकार की मंशा के अनुरूप जनहित की योजनाओं को मूर्त रूप देते हैं, उन्हेंं अहम पद आसानी से मिलते रहते हैं। अब यूपी बोर्ड को ही ले लीजिए, यहां का सचिव का पद पाने के लिए कई नाम चर्चा में रहे लेकिन सफलता प्रयागराज के मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक दिव्यकांत शुक्ल को मिली। सोमवार को विशेष कार्याधिकारी के रूप में उन्होंने ज्वाइन किया है। पहली जुलाई से वे प्रभारी सचिव होंगे।
चुनिंदा पदों पर रहने का रिकॉर्ड : यूपी बोर्ड सचिव नीना श्रीवास्तव 31 मार्च को ही सेवानिवृत्त हो रही थी, हाईस्कूल व इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा का परिणाम जारी कराने के लिए उन्हेंं तीन माह का सेवा विस्तार मिला। ये मियाद 30 जून को पूरी हो रही है। शासन ने सचिव के हटने से पहले ही नए अफसर की तैनाती कर दी। यूपी बोर्ड सचिव का पद अपर निदेशक स्तर का है और इस पद पर शिक्षा महकमे के कई चर्चित चेहरे रह चुके हैं। कुछ ऐसे भी अफसर हैं जो शिक्षा निदेशक का प्रभार मिलने से पहले या बाद में तैनाती पा चुके हैं। दिव्यकांत शुक्ल भी ऐसे अफसर हैं जिनके नाम चुनिंदा पदों पर रहने का रिकॉर्ड है।
मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक के पद पर कार्यरत : करीब 20 वर्ष पहले 1997-98 में शुक्ल गौतमबुद्ध नगर जिले के बेसिक शिक्षा अधिकारी थे। लखनऊ व फैजाबाद में भी कुछ समय इसी पद पर रहे। इलाहाबाद अब प्रयागराज में मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक, जिला विद्यालय निरीक्षक, डायट प्राचार्य रहे हैं और इन दिनों मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक के पद पर कार्यरत हैं। 2007 से 2011 तक निदेशक मनोविज्ञानशाला के पद पर रहे। 2010-11 में वे अपर सचिव क्षेत्रीय कार्यालय वाराणसी और 2012-14 तक प्रभारी संयुक्त शिक्षा निदेशक गोरखपुर मंडल रहे हैं। राज्य शिक्षा संस्थान प्रयागराज के प्राचार्य, उप्र माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड के सचिव रह चुके हैं। इसके अलावा झांसी, फतेहपुर, मीरजापुर सहित कई जिलों में तैनात रहे हैं।