मोटापा से गुर्दे के कैंसर का भी खतरा, इसका रखें ध्यान
केजीएमयू के साइंटिफिक कन्वेंशन सेंटर में यूरोआंकोकॉन का समापन हो गया।
लखनऊ, जेएनएन। मोटापा शरीर के लिए घातक है। यह लाइफ स्टाइल डिजीज के साथ-साथ किडनी कैंसर को भी बढ़ावा देता है। ऐसे में व्यक्ति को वजन पर नियंत्रित रखना बेहद आवश्यक है।
केजीएमयू के साइंटिफिक कन्वेंशन सेंटर में यूरोआंकोकॉन का रविवार को समापन हो गया। इस दौरान संस्थान के डॉ. मनोज यादव ने मोटापा के खतरे के लिए आगाह किया। उन्होंने कहा कि मोटापा से शरीर के मेटाबॉलिजम गड़बड़ा जाता है। इससे शरीर को कई बीमारियां घेरने लगती हैं। इनमें डायबिटीज, हृदय रोग, गठिया, रक्तचाप आदि हैं। ऐसे में शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता में भी कमी आ जाती है। गुर्दा भी क्षमता के अनुसार कार्य नहीं करता है। लिहाजा टॉक्सिक (जहरीले तत्व) पेशाब के माध्यम से शरीर से बाहर ठीक से नहीं निकल पाते हैं। इससे गुर्दे के कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
बीड़ी-सिगरेट से बनाएं दूरी
मोटे व्यक्तियों के लिए बीड़ी-सिगरेट और घातक बन जाती है। उनमें किडनी कैंसर का खतरा 50 गुना अधिक हो जाता है। कारण, तंबाकू में कैंसर फैलाने वाले 400 तत्व होते हैं। यह धीरे-धीरे गुर्दे में जम जाते हैं। इससे भी कैंसर का खतरा पैदा हो जाता है।
पेशाब में खून आने पर रहें सतर्क
केजीएमयू के डॉ. एचएस पहवा के मुताबिक गुर्दे के कैंसर के लक्षण देर से महसूस होते हैं। ऐसे में पेशाब से खून आना, कमर के ऊपर हिस्से में दर्द महसूस होने पर सतर्क हो जाएं।