64 जिलों के हज आवेदकों का चयन बिना लॉटरी के, जानिए क्यों
कैबिनेट मंत्री लक्ष्मी नारायण व राज्यमंत्री मोहसिन रजा ने बटन दबाकर लॉटरी की शुरूआत की। हज यात्रा के लिए प्रदेश के 11 जिलों के 9726 आवेदकों का चयन लॉटरी से किया गया।
लखनऊ, जेएनएन। हज यात्रा के लिए प्रदेश के हज आवेदकों की किस्मत का फैसला सोमवार को ऑन लाइन लाटरी निकाल कर किया गया। हालांकि, जिलेवार निर्धारित कोटे से कम आवेदन प्राप्त होने की वजह से प्रदेश के 64 जिलों के 17939 आवेदकों का चयन बिना लॉटरी के सीधे कर लिया गया। शेष लखनऊ सहित 11 जिलों के 9726 आवेदकों की किस्मत का फैसला लॉटरी निकालकर किया गया।
जबकि, आरक्षित कोटे (70 से अधिक आयु व महरम श्रेणी) 2572 आवेदकों का चयन पहले ही किया जा चुका है। इसबार प्रदेश के लिए कुल 30237 सीटों का कोटा आवंटित किया गया है। स्टेट हज कमेटी ओर से सरोजनी नगर स्थित हज हाउस में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी व हज राज्यमंत्री मोहसिन रजा ने कम्प्यूटर का बटन दबाकर हज यात्रा 2019 में आवेदकों का चयन करने के लिए ऑन लाइन लॉटरी की शुरूआत की।
आवेदक हज कमेटी की वेबसाइट www.uphajcommittee.com पर अपना कवर हेड नंबर डालकर लॉटरी के नतीजे मालूम कर सकते हैं। सभी चयनित आवेदकों को उनके मोबाइल नंबर पर लॉटरी की जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी। इसके बाद चयनित आवेदकों को हज यात्रा की पहली किस्त के तौर पर 81 हजार रुपये हज कमेटी के बैंक खाते में जमा करने होंगे। हज लॉटरी कार्यक्रम में प्रमुख सचिव अल्पसंख्यक कल्याण मनोज सिंह, सेंट्रल हज कमेटी के सदस्य डॉ. इफ्तेखार अहमद जावेद, हज कमेटी ऑफ इंडिया की उप मुख्य कार्यपालक अधिकारी वित्त रेशमा जावेद, मौलाना सुफियान निजामी, स्टेट हज कमेटी के सचिव विनीत श्रीवास्तव व सहायक सचिव जावेद खान सहित कई अधिकारी शामिल रहे।
सभी आवेदकों को होनी चाहिए हज की पूरी आजादी : लक्ष्मी नारायण चौधरी
चयनित आवेदकों को मुबारकबाद देते हुए कैबिनेट मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने देश में अमन व सुकून कायम रखने के साथ देश की तरक्की के लिए चयनित आवेदकों से हज के दौरान दुआ करने की अपील की। वर्ष 2019 में प्रदेश से 34397 लोगों ने हज यात्रा के लिए आवेदन किया है। इन सभी आवेदकों को हज यात्रा की पूरी आजादी होनी चाहिए। इसबार प्रदेश के सभी आवेदकों को हज यात्रा पर भेजने के लिए केंद्र्र सरकार से बात कर पूरी कोशिश की जाएगी।
केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा अल्पसंख्यकों के विकास को लेकर किए गए कार्यों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की देखरेख में पिछले दो वर्षों से हज यात्रा के लिए बेहतर इंतजाम किए गए हैं, जो आने वालों वर्षों में और बेहतर होंगे। सरकार की उपलब्ध्यिां गिनाते हुए उन्होंने कहा कि वर्ष 2018 में अल्पसंख्यकों के विकास के लिए 150 करोड़ रुपये की योजनाओं का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा गया था। जबकि, वर्ष 2019 में मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में इंटर कॉलेज, मेडिकल कॉलेज व अस्पताल खोलने के लिए एक हजार करोड़ की योजनाओं का प्रस्ताव भेजने की तैयारी है। 20 फीसद अल्पसंख्यकों के बिना प्रदेश का विकास संभव नहीं है।
सरकार की नीति और नियत दोनों साफ है : मोहसिन रजा
हज राज्यमंत्री मोहसिन रजा ने कहा कि मुसलमान भाजपा को अपना मुखालेफीन (विरोधी) कहते हैं, लेकिन जब से भाजपा की केंद्र व प्रदेश में सरकार बनी हैं। हर साल हज यात्रा को पहले से बेहतर बनाने का काम किया है। इससे बेहतर व्यवस्था किसी सरकार ने नहीं की। सरकार की नीति और नियत दोनों साफ है। उन्होंने सपा नेता आजम खां पर निशाना साधते हुए कहा कि ऐसी क्या नाराजगी थी कि वह स्टेट हज कमेटी के अध्यक्ष होने के बावजूद भी हज यात्रा के किसी आयोजन में नहीं आए। हज यात्रा का आयोजन कमेटी करती है सरकार का काम तो सहयोग करना है। कुछ लोगों का काम नफरत के बीज बोना है, पर हज यात्रा से मुहब्बत का पैगाम जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हज के दौरान देश की तरक्की के लिए दुआएं करें। क्योंकि देश की तरक्की में ही मुसलमानों की तरक्की है।
इन जिलों के आवेदकों का हुआ सीधे चयन
आबादी के मुताबिक हर जिले का कोटा निर्धारित किया जाता है। ऐसे में वह जिले जिनके आवेदकों की संध्या निर्धारित कोटे से कम होती हैं उनका चयन सीधे कर लिया जाता है। इसबार आगरा, अलीगढ़, प्रयागराज, आंबेडकर नगर, अमेठी, औरय्या, आजमगढ़, बदायूं, बागपत, बहराइच, बलिया, बलरामपुर, बांदा, बाराबंकी, बरेली, बस्ती, बिजनौर, बुलंदशहर, चंदौली, चित्रकूट, देवरिया, एटा, इटावा, फैजाबाद, फर्रुखाबाद, फतेहपुर, फिरोजाबाद, गौतमबुद्ध नगर, गाजीपुर, गोंडा, गोरखपुर, हमीरपुर, हापुड़, हरदोई, हाथरस, जालौन, जौनपुर, कन्नौज, कानपुर देहात, कासगंज, कौशांबी, कुशीनगर, लखीमपुर खीरी, ललितपुर, महाराजगंज, महोबा, मैनपुरी, मथुरा, मिर्जापुर, मुजफ्फर नगर, पीलीभीत, प्रतापगढ़, रायबरेली, सहारनपुर, संतकबीर नगर, संत रविदास नगर, शाहजहांपुर, शामली, श्रवास्ती, सिद्धार्थ नगर, सीतापुर, सोनभद्र, सुल्तानपुर व उन्नाव के आवेदकों का चयन कर लिया गया है।