जहरीली शराब और अखिलेश की गिरफ्तारी पर यूपी विधान परिषद में हंगामा
जहरीली शराब कांड और इलाहाबाद जा रहे सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को अमौसी हवाई अड्डे पर हिरासत में लेने से नाराज विपक्षी दलों के हंगामे से विधान परिषद की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।
लखनऊ, जेएनएन। जहरीली शराब कांड और इलाहाबाद जा रहे समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव को राजधानी के अमौसी हवाई अड्डे पर हिरासत में लिये जाने से नाराज विपक्षी दलों के हंगामे के कारण मंगलवार को विधान परिषद की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन ने कहा कि सरकार शराब माफिया पर कार्रवाई करने की बजाय उन्हें संरक्षण दे रही है। जहरीली शराब कांड का शिकार हुए लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है लेकिन सरकार का कोई मंत्री उन्हें देखने नहीं गया। कांग्रेस नेता दीपक सिंह ने सरकार पर जहरीली शराब कांड में शामिल होने का आरोप लगाया। कहा कि राज्य सरकार ने केंद्र को शराब व्यवसायियों को रियायत देने के लिए पत्र भेजा था। बसपा के नेता दिनेश चंद्रा ने कहा कि जहरीली शराब कांड के पीडि़तों का अस्पतालों में ठीक से इलाज नहीं हो रहा है। अखिलेश सरकार में कहा जाता था कि सूबे के तीन मुख्यमंत्री है। इस बार तो मुख्यमंत्री के गृह मंडल में ही जहरीली शराब से लोगों के मरने की घटना घटी। अब तो प्रदेश के हर मंडल में मुख्यमंत्री होना चाहिए। तीनों विपक्षी दलों ने इस मुद्दे पर सदन का काम रोक कर चर्चा कराये जाने की मांग की। भाजपा के देवेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि प्रश्नकाल में यह मुद्दा उठाना नियम विरुद्ध है। इस पर विपक्षी सदस्य सभापति रमेश यादव के आसन के सामने आकर नारेबाजी करने लगे। सभापति को सदन की कार्यवाही 30 मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी।
सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू होने पर नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन ने बताया कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्रसंघ के समारोह में शामिल होने जा रहे सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को लखनऊ के अमौसी हवाई अड्डे पर गिरफ्तार कर लिया गया है। इसे प्रजातंत्र की हत्या करार देते हुए उन्होंने कहा कि सरकार हठधर्मिता और मनमानी पर उतारू है। सरकार गुंडे-बदमाशों को संरक्षण दे रही है, शरीफ लोगों का जीना मुहाल है। इतना सुनते ही सपा सदस्य सदन के वेल में आकर नारेबाजी करने लगे जिससे सभापति को सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी। दोपहर 12 बजे सदन की कार्यवाही चालू होने पर सपा के अहमद हसन और शतरूद्र प्रकाश की ओर से अखिलेश यादव को हिरासत में लिये जाने का मुद्दा उठाया गया जिस पर सपा-बसपा के सदस्य सभापति के आसन के सामने आकर नारेबाजी करने लगे। हंगामा थमता न देख सभापति ने सदन को दोपहर एक बजे तक के लिए स्थगित कर दिया। दोपहर एक बजे सदन की कार्यवाही फिर शुरू होते ही सपा के सदस्यों ने अखिलेश यादव को रिहा करने और उनकी गिरफ्तारी के लिए मुख्यमंत्री को माफी मांगने की मांग करते हुए हंगामा शुरू कर दिया गया। इस पर सभापति ने सदन की कार्यवाही बुधवार तक के लिए स्थगित कर दी।