Online Banking: लॉकडाउन ने बदले लेन-देन के तरीके, यूपी में बढ़ी डिजिटल बैंकिंग
लॉकडाउन में लोगों ने आरटीजीएस नेफ्ट व अन्य डिजिटल प्लेटफार्म को दी ज्यादा तरजीह कई जिलों में डिजिटल लेनदेन दो गुना तक बढ़ा।
लखनऊ, जेएनएन। बीते तीन माह में लोगों ने घर से निकलना कम किया तो लेन-देन का तरीका भी बदल डाला। वह नगद लेन-देन के बजाय आरटीजीएस, एनईएफटी व अन्य डिजिटल प्लेटफार्म को तरजीह देते नजर आए। इससे कैश लेन-देन में गिरावट आई और डिजिटल लेनदेन दोगुना तक बढ़ गया। दरअसल, लॉकडाउन की अवधि में सब कुछ बंद रहा। उत्पादन हुआ न बिक्री। ऐसे में बैंकों का कारोबार घटा। हां, घर से बाहर नहीं निकलने के दौरान लोगों ने ऑनलाइन पेमेंट का सहारा लिया तो डिजिटल लेन-देन बढ़ गया। हालांकि यह अनलॉक-1 भी बरकरार है।
मध्य उत्तर प्रदेश के कानपुर में ही एक दिन की तुलना करें तो 20 मार्च को कुल कारोबार में कैश लेन-देन का हिस्सा 39.33 फीसद था जबकि 22 जून को शाम पांच बजे तक के बैैंकिंग कारोबार की तुलना में 7.2 फीसद रह गया। 20 मार्च को डिजिटल लेनदेन का हिस्सा कुल कारोबार का 36.67 फीसद था, जो 22 जून को दोगुना यानी72.43 फीसद रहा। कानपुर की पंजाब नेशनल बैंक शाखा के वरिष्ठ मैनेजर अनिल कुमार मिश्रा कहते हैं कि लोगों को डिजिटल, आरटीजीएस, एनईएफटी व मोबाइल पेमेंट भा रहे हैैं। अग्रणी बैैंक प्रबंधक एके वर्मा कहते हैं कि ग्रामीणों में भी डिजिटल लेनदेन काफी बढ़ा है।
पूर्वी उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में डिजिटल भुगतान में करीब 40 फीसद तक की बढ़ोतरी हुई है। मोबाइल बैंकिंग में भी करीब 15 फीसद वृद्धि हुई है। डेविट-क्रेडिट कार्ड भुगतान 36 फीसद बढ़ा है। वाराणसी के बैंक अधिकारियों की मानें तो पिछले तीन माह में लगभग 25-30 फीसद आनलाइन ट्रांजेक्शन में बढ़ा है। हालांकि छोटे दुकानदार बैंकिंग चार्ज अधिक होने से स्वैप मशीन का प्रयोग नहीं कर रहे हैं। गूगल पे, पेटीएम, फोन पे जैसे आनलाइन पेमेंट एप का खूब प्रयोग हो रहा है। वाराणसी के लीड बैंक मैनेजर मिथलेश कुमार के मुताबिक कोरोना महामारी में बैंकिंग एप, आरटीजीएस और एनइएफटी के माध्यम से फंड ट्रांस्फर में 15-25 फीसद का इजाफा हुआ है। गाजीपुर, बलिया, मऊ, सोनभद्र, चंदौली, मीरजापुर, जौनपुर व आजमगढ़ में भी 15 से 25 फीसद की बढ़ोतरी रही है।
पश्चिम यूपी के मेरठ में नगदी के लेन-देन में बदलाव है। अब करीब 50 फीसद लोग गूगल पेय, पेटीएम, पेफोन, यूपीआइ के साथ ही स्वाइप मशीन और नेट बैंकिंग का प्रयोग करने लगे हैैं। बैैंक अधिकारियों के मुताबिक मेरठ में मार्च, अप्रैल और मई में करीब 50 फीसद ग्राहकों ने नेट बैैंकिंग से पेमेंट की है। सहारनपुर के भारतीय स्टेट बैंक के आरएम मुकेश कुमार ने बताया कि करीब 300 बैंक शाखाओं से 80 फीसदी तक डिजिटल लेनदेन हो रहा है। बागपत में मार्च में 20, अप्रैल में 35, मई में 50 और अब जून में 60 फीसद लोग ऑनलाइन ट्रांजेक्शन कर रहे हैैं। बिजनौर में भी ग्राहक 20 से 30 फीसद नेट बैैंकिंग से पेमेंट कर रहे हैैं।
मुरादाबाद की हर बैंक शाखा में 50 से 60 फीसद नेफ्ट व आरटीजीएस बढ़ा है। अमरोहा 20 फीसद डिजिटल लेनदेन बढ़ा है। सम्भल में एलडीएम नीलेश परिहार ने बताया कि अभी डिजिटल को लेकर जागरूकता की कमी है। रामपुर में लीड बैंक मैनेजर पीपी सिंह मुताबिक डिजिटल लेनजेन में दस फीसद इजाफा हुआ है। बरेली में 483 शहरी और 282 ग्रामीण एटीएम से नोट निकासी सामान्य रही, लीड बैंक अधिकारी ओपी बढेरा के मुताबिक, एक एटीएम में रोज 12 से 16 लाख रुपये उसकी क्षमता के मुताबिक डाला जाता है। आगरा में नगद लेनदेन के स्थान पर डिजीटल लेनदेन को ज्यादा सुरक्षित माना। इसमें 20 फीसद तक की बढ़ोतरी हुई है। मथुरा में यह इजाफा करीब 35 फीसद का है। मैनपुरी में भी लोगों ने मोबाइल से ही लेन-देन किया।