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Ayodhya Ram Mandir: रामलला के दर्शन को ट्रस्ट ने बनाई नई योजना, जल्द शुरू होगा निर्माण कार्य

अयोध्‍या में अब दो लेन का बनेगा रामलला का दर्शन मार्ग। अभी पुरुष व महिला श्रद्धालु एक ही लेन से जाकर रामलला का दर्शन करते हैं लेकिन श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ की वजह से ट्रस्ट ने यह फैसला किया है।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Thu, 01 Apr 2021 06:00 AM (IST)Updated: Thu, 01 Apr 2021 01:51 PM (IST)
Ayodhya Ram Mandir: रामलला के दर्शन को ट्रस्ट ने बनाई नई योजना, जल्द शुरू होगा निर्माण कार्य
अयोध्‍या में महिलाओं व पुरुषों के लिए बनाया जाएगा अलग-अलग रास्ता।

अयोध्या, [प्रवीण तिवारी]। अब रामलला के दर्शनार्थियों को श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराने की कोशिश में जुटा है। वैकल्पिक गर्भगृह में विराजमान रामलला तक भक्तों के पहुंचने तथा दर्शन कर वापस जाने के लिए दो बेहतरीन लेन बनाने की योजना है। इसके अंतर्गत पुरुष व महिलाओं के लिए पृथक-पृथक दर्शन लेन तैयार किया जाएगा। इसी रास्ते से जाकर आराम से पुुरुष व महिला श्रद्धालु अपने आराध्य का दर्शन कर सकेंगे। यह निर्णय महिला श्रद्धालुओं की सहूलियत के मद्देनजर किया गया है। मंदिर में प्रवेश करते समय ही पुरुष व महिलाएं भिन्न-भिन्न लेन में विभक्त हो जाएंगे। इसी रास्ते से आगे बढ़ कर भक्तजन रामलला का दर्शन कर फिर से भिन्न भिन्न रास्ते से बाहर की ओर निकलेंगे। यह डबल लेन तकरीबन 50 मीटर लंबी होगी।

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दरअसल अभी पुरुष व महिला श्रद्धालु एक ही लेन से जाकर रामलला का दर्शन करते हैं, लेकिन श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ की वजह से ट्रस्ट ने यह फैसला किया है। विशेषज्ञों के अनुसार ये लेन इस तरह बनाई जाएंगी जिससे मंदिर परिसर में जब श्रद्धालु प्रवेश करें, तो महिला एक लेन तथा पुरुष दूसरे लेन में प्रवेश कर निर्धारित रास्ते पर आगे चलकर वैकल्पिक गर्भगृह तक पहुंचे और वहां विराजमान रामलला का दर्शन करें। आगे भी इन्हें अपनी-अपनी लेन से ही बाहर निकलना होगा। ट्रस्ट से जुड़े एक सदस्य ने बताया कि जल्द ही निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। अभी महिलाओं की लंबी कतार लगती है।

मई से आनी शुरू होंगी मिर्जापुर की शिलाएं : श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉ.अनिल मिश्र ने स्वयंसेवकों के संग होली मिलन के मौके पर राम मंदिर निर्माण की ताजा प्रगति साझा की। उन्होंने बताया कि नींव भराई की प्रकिया के अंतर्गत शुरू हुए परिसर के समतलीकरण का कार्य पूरा हो गया। अब नींव भराई में तेजी आएगी। उन्होंने बताया कि मिर्जापुर की शिलाएं मई माह से आनी शुरू हो जाएंगी। चार लाख घन फीट शिलाएं प्रयुक्त होंगी। 


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