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पांच अंगों पर सीधे अटैक करती है डायबिटीज, नियंत्रण बेहद जरूरी Lucknow News

दैनिक जागरण के कार्यक्रम हेलो डॉक्टर में डायबिटीज को लेकर एसजीपीजीआइ के इंडोक्राइन सर्जन प्रो. ज्ञान से खास बातचीत।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Fri, 15 Nov 2019 11:11 AM (IST)Updated: Fri, 15 Nov 2019 11:11 AM (IST)
पांच अंगों पर सीधे अटैक करती है डायबिटीज, नियंत्रण बेहद जरूरी Lucknow News
पांच अंगों पर सीधे अटैक करती है डायबिटीज, नियंत्रण बेहद जरूरी Lucknow News

लखनऊ, जेएनएन। डायबिटीज से घबराएं नहीं, बीमारी होने पर भी व्यक्ति स्वस्थ रह सकता है। बशर्ते, उसे शुगर पर नियंत्रण रखना होगा। नियमित दवा, व्यायाम, संतुलित आहार व संयमित दिनचर्या का मंत्र अपनाना होगा। वहीं लापरवाही कई बीमारियों को शरीर में बुलावा देती है। खासकर अनियंत्रित शुगर ब्रेन, हार्ट, किडनी, आंख व पैरों पर अटैक करती है, जो कि जानलेवा भी बन जाता है। गुरुवार को अस्पतालों में वल्र्ड डायबिटीज डे मनाया गया। इस दौरान दैनिक जागरण के 'हेलो डॉक्टरÓ कार्यक्रम में एसजीपीजीआइ के इंडोक्राइन सर्जन प्रो. ज्ञान चंद मौजूद रहे। उन्होंने पाठकों को फोन पर बीमारी से बचाव के उपाय बताए।

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सवाल : 20 वर्ष से डायबिटीज है। दवा ले रहे हैं, मगर शुगर नियंत्रित नहीं हो रही है।

  [डॉ. प्रीति, वृंदावन कॉलोनी]

जवाब : वजन पर काबू पाना जरूरी है। इस पर नियंत्रण न रहने पर इंसुलिन रजिस्टेंस बढ़ जाएगा। जांच दोबारा कराकर पीजीआइ में एक बार दिखा लें।

 सवाल : 57 वर्ष का हूं। पीलिया थी, वह ठीक हो गई। अब गर्दन के पीछे दाना निकल रहे हैं, क्या डायबिटीज हो सकती है।

[शैलेंद्र, गोंडा]

जवाब : जो लक्षण बताएं हैं, उसके अनुसार डायबिटीज नहीं है। बावजूद, उम्र के अनुसार एक बार शुगर की जांच जरूरी है। फास्टिंग व पीपी कराकर कंफर्म कर लें।

सवाल : जांच कराई थी। डायबिटीज की बॉर्डर लाइन पर निकला हूं। बीमारी पर नियंत्रण के लिए क्या करें। 

[पदम जैन, बाराबंकी]

जवाब : दिनचर्या में बदलाव लाएं। पांच किलोग्राम वजन घटाएं। समय से सोएं और उठें। नियमित व्यायाम करें। साथ ही खानपान में सतर्कता बरतें।

सवाल : 15 वर्ष से डायबिटीज है। बीच-बीच में शुगर बढ़ जाती है। घबराहट होने लगती है।

[बलवंत कौर, आलमबाग]

जवाब : अधिक दिन तक डायबिटीज होने पर हृदय संबंधी समस्या होने लगती है। कार्डियोलॉजिस्ट को दिखाएं। कोलेस्ट्रॉल व बीपी का चेकअप कराते रहें। 

सवाल : डायबिटीज न हो, इसके लिए क्या करें।

[प्रदीप, काकोरी]

जवाब : वजन पर नियंत्रण रखें। व्यायाम करें। हरी सब्जी, फल समेत प्रोटीनयुक्त डाइट लें। अधिक तैलीय खाद्य पदार्थों के सेवन से बचें।

सवाल : डायबिटीज है। अब पैरों के तलवे में जलन होने लगी है, क्या करें।

[एसएन त्रिपाठी, हरिहरपुर]

जवाब : पांच वर्ष से ज्यादा डायबिटीज होने पर छोटी रक्त वाहिका (कैपिलरी) में ब्लॉकेज होने लगता है। ऐसे में व्यायाम करें। फैटी चीजों का सेवन न करें। 

सवाल : 20 वर्ष से शुगर है। घाव था वह ठीक हो गया है, अब पैर में ब्लैक स्पॉट पड़ गया है।  

[आलोक रंजन, राजाजीपुरम]

जवाब : पीजीआइ में फुट प्रेशर मशीन है। यह मुफ्त जांच है। एक बार जांच करा लें। डायबिटीज में पैर संबंधी दिक्कत होने लगती है।

सवाल : 20 से 25 वर्ष से डायबिटीज है। अब पैरों की उंगलियों में सुन्न पन की दिक्कत हो रही है, क्या करें।

[ममता, इंदिरा नगर]

जवाब : पैर की रक्त वाहिकाओं में ब्लॉकेज होने लगता है। इसकी वजह से दिक्कत होती है। फुट प्रेशर की जांच कराएं। इसके बाद डॉक्टर से मिलें। देरी करने पर घाव होने का खतरा बना रहेगा।

सवाल : डायबिटीज है। दवा ले रहे हैं, उसे लगातार नियंत्रित कैसे किया जाए।

[राजेंद्र, बहराइच]

जवाब : दवा ब्रेक न करें। ताजे फल, हरी सब्जी व मोटा आनाज आहार में शामिल करें। व्यायाम करें, वजन न बढऩे दें। शुगर पर नियंत्रण रहेगा।

सवाल : डायबिटीज है, क्या चावल-पराठा का सेवन कर सकते हैं। 

[शशि कपूर, लखनऊ]

जवाब : यदि दवा से शुगर नियंत्रित रहती है, तो एक हफ्ते का गैप कर पसंदीदा भोजन कर सकती हैं। उसे रूटीन में शामिल न करें।

सवाल : 46 वर्ष का हूं। छह माह से डायबिटीज है। फास्टिंग 119 व पीपी 224 है। बीमारी नियंत्रण के लिए क्या करें।

[वेदप्रकाश, लखीमपुर]

जवाब : नियमित व्यायाम करें। दो माह में पांच किलोग्राम वजन कम करें। खान पान में सावधानी करें। इससे आपको दवा से छुटकारा मिल सकता है।

सवाल : एक टैबलेट नाश्ते के बाद, दूसरी शाम को खाने के बाद लेता हूं। क्या यह डोज ठीक है।

 [डॉ. गोपाल, जानकीपुरम]

जवाब : दवा किस समय, कौन सी खानी है। यह मरीज की रिपोर्ट देखकर तय की जाती है। यदि संबंधित डोज से शुगर नियंत्रण में है तो दवा लेते रहें। दिक्कत होने पर डॉक्टर से परामर्श लें।

सवाल : 62 वर्ष की पत्नी हैं। 15 वर्ष से डायबिटीज है। पेशाब पर नियंत्रण नहीं रहता है।

[आरके सक्सेना, इंदिरा नगर]

जवाब : डायबिटीज के मरीज में किडनी संबंधी समस्या हो जाती है। पेशाब पर नियंत्रण नहीं है तो एक बार यूरोलॉजी में दिखा लें। 

सवाल : टाइप-वन डायबिटीज है। इंसुलिन लेता हूं। कभी-कभी शुगर काफी लो हो जाती है। बेहाश हो जाता हूं। 

[अनुज, सुलतानपुर]

जवाब : एक बार डॉक्टर को दिखा लें। इंसुलिन में बदलाव किया जा सकता है। 

सवाल : 2012 से डायबिटीज है। दवा ले रही हूं। कंधे में दर्द व उंगलियों में खिंचाव जैसा हो रहा है।

[अल्का श्रीवास्तव, रायबरेली]

जवाब : विटामिन बी-12 व डी-थ्री की जांच करा लें। यदि रिपोर्ट में कम आए तो डॉक्टर को दिखाकर दवा लें।

सवाल : डायबिटीज के प्रमुख लक्षण क्या हैं, कैसे पहचानें।

[अमिरुद्दीन, बलरामपुर]

जवाब : अधिक प्यास लगे, बार-बार पेशाब जाना, वजन कम हो रहा है, घाव न भर रहा हो। इन लक्षणों से सतर्क हो जाएं, इस दौरान ब्लड शुगर की जांच करा लें।

सवाल : साढ़े तीन वर्ष से शुगर है। दवा ले रहा हूं, दिक्कत बनी हुई है।

जवाब : पांच किलो वजन कम करें। आहार का ध्यान रखें। व्यायाम करें। दवा ब्रेक न करें, धीरे-धीरे राहत मिलने लगेगी।

सवाल : 50 वर्ष का हूं। आठ वर्ष से 140 से 200 के आसपास शुगर रहता है, क्या करें।

[सतपाल, रायबरेली]

जवाब : दवा ब्रेक न करें, व्यायाम करें। ताजे फल, हरी सब्जी का सेवन करें। यदि शुगर नियंत्रित नहीं रहती है तो दवा में बदलाव कर लें।

सवाल : 18 वर्ष के बेटे में डायबिटीज है, उसके लिए क्या ध्यान रखे।

[नवाब सिंह, गोंडा]

जवाब : पहले जांच कर कंफर्म करें, बेटे में कौन से टाइप का डायबिटीज है। इसके बाद इलाज के साथ-साथ उसका आहार भी तय करें। 

हार्ट के सेल्स होते डैमेज 

शुगर बढऩे से हार्ट का खतरा बढ़ जाता है। डायबिटीज से फ्री फैटी एसिड की मात्रा रक्त में बढ़ जाती है। इससे हार्ट के कार्डियक मायोसाइटिस सेल डैमेज होने लगते हैं, जोकि उसके फेल्योर होने के कारण बनते हैं। इसके अलावा फ्री फैटी एसिड धमनी में जमा होकर रक्त आपूर्ति भी बाधित करता है। यह भी समस्या हार्ट फेल्योर का कारण बन जाती है। 

खराब होने लगता गुर्दा 

डायबिटीज के कारण प्रति वर्ष 80 लाख लोग विभिन्न बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। इसमें काफी तादाद में लोग गुर्दा की बीमारी के भी गिरफ्त में आ रहे हैं। वहीं देश में प्रति वर्ष दो लाख मामले किडनी फेल्योर के आते हैं। इसमें एक लाख में किडनी फेल्योर की वजह डायबिटीज है। यह मरीज लास्ट स्टेज के होते हैं, जिनका एक ही विकल्प होता है जल्द से जल्द किडनी ट्रांसप्लांट, कारण इनमेंं अधिक दिन तक डायलिसिस नहीं हो सकती है। 

मोटापा बढ़ा रहा बीमारी 

यूं तो आमजन मोटापा को समृद्धि का सूचक मानते हैं। मगर यह भ्रम है।  भारी वजन से व्यक्ति डायबिटीज की चपेट में आ रहा है। इससे हृदय रोग, किडनी रोग व नेत्र रोग की समस्या हो रही है। 

कोलेस्ट्रॉल की कराएं जांच

शुगर के साथ-साथ समय-समय पर कोलेस्ट्रॉल की भी जांच करानी चाहिए। शरीर में कोलेस्ट्रॉल की अधिकता नुकसानदेह है, इससे शरीर में डायबिटीज पनपने का खतरा बढ़ जाता है। 

 सुधारें आदत, बदलें खानपान

डायबिटीज रोगी को सुबह का नाश्ता जरूर करना चाहिए

नाश्ते में समूचे फल, दलिया, दूध, कॉर्नफ्लेक्स आदि हो सकता है 

रोगी को भूख लगने पर चार-पांच बार कुछ न कुछ थोड़ा-थोड़ा खाते रहना चाहिए। एक साथ भर पेट खाना खाने से बचें

सुबह लो ब्लड शुगर की समस्या है तो रात का खाना खाना न भूलें

डायबिटीज के मरीज व्यायाम अवश्य करें। इसमें पैदल चलने से लेकर साइकिल चलाना, तैरना, ट्रेडमिल तक शामिल हैं। ये एरोबिक्स व्यायाम कहलाते हैं, लेकिन रोगियों को सप्ताह में दो दिन एनोरोबिक व्यायाम भी करना चाहिए, जैसे वजन उठाना

व्यायाम के दौरान शरीर में 20 गुना ज्यादा ग्लूकोज की खपत होती है, जो शुगर को नियंत्रित करने में मदद करता है। वहीं एनोरोबिक व्यायाम से मांस पेशियां विकसित होती हैं, इसलिए दो दिन 15-15 मिनट इसे भी करना चाहिए।

बीमारी के प्रमुख कारण

  • आनुवांशिक
  • मोटापा
  • ब्लड प्रेशर
  • तनाव
  • पूरी नींद न लेना
  • फिजिकल एक्टीविटी की कमी 
  • गलत खानपान
  • दें ध्यान
  • शाकाहारी व्यक्ति साग-सब्जी व सलाद का पर्याप्त सेवन करें
  • जूस के बजाय रेशेदार फल का सेवन करें
  • रोजाना कम से कम 30 मिनट व्यायाम करें
  • मेडिटेशन अवश्य करें
  • सब्जी को अच्छी तरह धुलकर पका कर खाएं 
  • बच्चों को फास्ट फूड-पिज्जा, कोल्ड ड्रिंक कम दें
  • बच्चों में इंडोर गेम के बजाय आउटडोर गेम का बढ़ावा दें।पांच अंगों पर डायबिटीज का सीधा अटैक
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