UP Coronavirus News: अगली चुनौती के लिए तैयार रहें जवान, डीजीपी मुकुल गोयल ने दिए निर्देश
किसान संगठनों द्वारा लखनऊ का घेराव करने की चेतावनी के दृष्टिगत पुलिस को सभी जगह पूरी सतर्कता बरते जाने के निर्देश दिए गए हैं। एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि सभी जिलों में शांति-व्यवस्था बनाए रखने के कड़े निर्देश दिए गए हैं।
लखनऊ, राज्य ब्यूरो। डीजीपी मुकुल गोयल ने एसटीएफ व एटीएस मुख्यालय का निरीक्षण करने के बाद बुधवार को 112 मुख्यालय की व्यवस्थाओं को करीब से देखा। उन्होंने कोरोना काल में डायल-112 की पीआरवी (पुलिस रिस्पांस वेहिकल) पर तैनात पुलिसकर्मियों की तत्परता से ड्यूटी किए जाने की सराहना की। कहा कि लोगों की मदद कर पुलिस ने अपनी छवि में सुधार किया है। कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर की आशंका के दृष्टिगत जवानों से उन्होंने पूरी मुस्तैदी से फिर अपने कर्तव्यों के निर्वहन के लिए तैयार रहने को कहा।
निरीक्षण के दौरान एडीजी 112 अशोक कुमार ङ्क्षसह ने 112 की कार्यप्रणाली व तकनीकी दक्षता को लेकर प्रस्तुतीकरण भी दिया। उन्होंने बताया कि इस माह प्रतिदिन औसतन 51,800 काल आ रही हैं, जिनमें रोजाना लगभग 21,254 मामलों में शिकायकर्ताओं को पुलिस मदद उपलब्ध कराई जा रही है। 112 के इतिहास में वर्ष 2020 में होली के दिन सर्वाधिक 44,664 सूचनाओं पर पुलिस ने मौके पर जाकर लोगों की मदद की थी। एडीजी ने बताया कि रोजाना सबसे अधिक शिकायतें आपसी विवाद की आती हैं। इसके अलावा धमकी, घरेलू हिंसा, संपत्ति विवाद व हमले की सूचनाएं भी अधिक होती हैं। लोग एंबुलेंस के लिए भी 112 पर काल करते हैं।
डीजीपी ने कहा कि आपसी विवाद की हर सूचना पर तत्परता से कार्रवाई की जाए और मौके पर जाकर विवाद को निस्तारित कराने का भी पूरा प्रयास किया जाए। गंभीर मामलों में तत्काल विधिक कार्रवाई की जाए। डीजीपी ने 112 के डेटा सेंटर, संवाद कक्ष, इमरजेंसी आपरेशन सेंटर, आडिटोरियम व अन्य प्रमुुख स्थानों का निरीक्षण किया और वहां कार्यरत कर्मियों की समस्याओं को भी जाना। डीजीपी ने 112 की कार्यप्रणाली में और अधिक उन्नत तकनीक का समावेश किए जाने पर जोर दिया।
किसान आंदोलन को लेकर सतर्कता
किसान संगठनों द्वारा लखनऊ का घेराव करने की चेतावनी के दृष्टिगत पुलिस को सभी जगह पूरी सतर्कता बरते जाने के निर्देश दिए गए हैं। एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि सभी जिलों में शांति-व्यवस्था बनाए रखने के कड़े निर्देश दिए गए हैं। किसानों से संवाद के जरिये समाधान निकालने को भी कहा गया है। पुलिस अधिकारियों से कहा गया है कि वे किसान नेताओं के संपर्क में रहें और उन्हें समझाएं, जिससे कहीं माहौल न बिगड़े। आम लोगों को कहीं कोई परेशानी न हो। एडीजी का कहना है कि प्रदेश में अब तक किसान आंदोलन शांतिपूर्ण रहा है। आगे भी माहौल ठीक रहे, इसके लिए अधिकारियों को हर स्तर पर पूरी मुस्तैदी बरते जाने को कहा गया है।