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यूपी में ऑनलाइन दर्ज होगा रैनबसेरों का विवरण, सीएम योगी ने कहा- शीतलहर से बचाव के लिए बांटें कंबल

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शीतलहर के दौरान गरीबों और निराश्रितों को राहत पहुंचाने के लिए जरूरतमंदों को कंबल बांटने और सार्वजनिक स्थलों पर अलाव जलाने की व्यवस्था समय से करने के निर्देश अफसरों को दिए हैं।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Tue, 03 Nov 2020 08:47 PM (IST)Updated: Tue, 03 Nov 2020 08:47 PM (IST)
यूपी में ऑनलाइन दर्ज होगा रैनबसेरों का विवरण, सीएम योगी ने कहा- शीतलहर से बचाव के लिए बांटें कंबल
सीएम योगी ने कहा- शीतलहर से बचाव के लिए बांटें कंबल

लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शीतलहर के दौरान गरीबों और निराश्रितों को राहत पहुंचाने के लिए जरूरतमंदों को कंबल बांटने और सार्वजनिक स्थलों पर अलाव जलाने की व्यवस्था समय से करने के निर्देश दिए हैं। लोग नजदीकी रैनबसेरे को आसानी से खोज सकें, इसके लिए इस वर्ष पहली बार राज्य में शीतलहर में स्थापित किये जाने वाले रैनबसेरों का विवरण ऑनलाइन दर्ज कराया जाएगा।

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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कंबल वितरण का कार्य पूरी पारदर्शिता से करने के निर्देश जिलाधिकारियों को दिए। शीतलहर के दौरान गरीबों और निराश्रितों को राहत पहुंचाने का कार्य पूरी तत्परता से करने की हिदायत देते हुए उन्होंने कहा कि इसके लिए धनराशि की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी। यदि किसी जिले को अतिरिक्त धनराशि की आवश्यकता पड़ेगी तो शासन उसे समय से रकम आवंटित कर देगा।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के बाद राजस्व विभाग ने जाड़े के मौसम में राहत कार्य संचालित करने के लिए 19.25 करोड़ रुपये की धनराशि जारी कर दी है। जरूरतमंदों को कंबल बांटने के लिए सभी जिलों को प्रति तहसील पांच-पांच लाख रुपये तथा अलाव के लिए हर तहसील को 50 हजार रुपये की धनराशि जारी की गई है। 

शीतलहर से बचने के लिए लोग नजदीकी रैनबसेरे को आसानी से खोज सकें, इसके लिए इस वर्ष पहली बार शीतलहर में स्थापित किये जाने वाले रैनबसेरों का विवरण ऑनलाइन दर्ज कराया जाएगा। रैनबसेरों की जियो टैगिंग के साथ इनको गूगल मैप पर भी दर्ज किया जाएगा। कंबल का वितरण पात्र व्यक्तियों को ही सुनिश्चित किया जाएगा। कंबल प्राप्त करने वाले व्यक्ति का विवरण दर्ज करने के लिए एनआइसी के सहयोग से ऑनलाइन प्रारूप तैयार करने की कार्यवाही की जा रही है।


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