KGMU में जगह-जगह पनप रहा डेंगू,जलभराव से लेकर सफाई व्यवस्था ध्वस्त Lucknow News
कैंपस हॉस्टल में जलभराव सफाई व्यवस्था भी ध्वस्त। निरीक्षण में लार्वा मिलने केबाद शुरू हुई सफाई।
लखनऊ, जेएनएन। केजीएमयू इलाज के साथ-साथ बीमारियां बांट रहा है। यहां जगह-जगह जलभराव है। भवनों में गंदगी की भरमार है। ऐसे में डेंगू मच्छरों की फौज तैयार हो रही है। लिहाजा मरीज, स्टाफ व विद्यार्थियों पर बीमारी का खतरा मंडरा रहा है। सरकार एक जुलाई से संचारी रोग पखवाड़ा चला रही है। इसमें जनसमुदाय को बीमारियों से बचाव के लिए स्वच्छता को लेकर विशेष तौर पर सतर्क किया जा रहा है।
वहीं, सरकारी विभाग ही निर्देशों पर गौर नहीं कर रहे हैं। शुक्रवार को केजीएमयू में सीएमओ व नगरीय मलेरिया की 40 टीमें एक साथ पहुंची। इस दौरान कई विभागों का निरीक्षण किया। इसमें 17 स्थानों पर साफ व गंदा पानी भरा मिला। कूलर समेत अन्य स्थानों पर हजारों की संख्या में लार्वा पनपते मिले। वहीं नोटिस जारी होने के बाद शनिवार को केजीएमयू प्रशासन हरकत में आया। साफ-सफाई शुरू कराई। मगर, लारी, शताब्दी-फेज-टू, ट्रॉमा सेंटर, ओल्ड डेंटल भवन, पीआरओ भवन के पीछे, इंजीनियरिंग सेक्शन के कैंपस, गेस्ट हाउस के पीछे में दोपहर में गंदगी की भरमार मिली।
टीम को यहां मिला था लार्वा
शुक्रवार को टीम को लारी कॉर्डियोलॉजी, बाल रोग, ट्रॉमा सेंटर कैंटीन, गांधी वार्ड, जनरल सर्जरी विभाग, क्वीनमेरी, प्रशासनिक भवन, पोस्टमॉर्टम हाउस, हॉस्टल, कर्मचारी आवास, परिसर की पुलिस चौकी समेत 17 स्थानों पर लार्वा मिला था। इसके लिए नोटिस जारी किया गया।
चरमराई सफाई व्यवस्था
केजीएमयू को बजट 910 करोड़ रुपये है। वहीं चिकित्सकीय सेवाओं से भी 70 करोड़ के लगभग इंटरनल आय है। बावजूद, साफ-सफाई की व्यवस्था ध्वस्त है। यहां लगे कूलर की सफाई नहीं हो रही है। छतों पर कबाड़ भरा है। इनमें पानी इकट्ठा हो गया है। ट्रॉमा सेंटर, शताब्दी फेज-एक व फेज-दो के भीतर खाली स्थान में भीषण गंदगी पड़ी है। ऐसा तब है जब एनजीटी केजीएमयू को गंदगी मिलने पर नोटिस दे चुकी है।