नो स्कूल-नो फीस की मांग, अभिभावक संघ ने छेड़ा आंदोलन
कोरोना वायरस के संक्रमण काल में देश भर में स्कूल बंद हैं। इसके बावजूद भी ऑनलाइन क्लासेज के नाम पर अभिभावकों से निजी स्कूल मोटी फीस वसूल कर रहे हैं। इसे लेकर भारत अभिभावक संघ ने लखनऊ में किया बंद शोषण विरोध में नियामक कानून बनाने की मांग।
लखनऊ, जेएनएन। नो स्कूल-नो फीस की मांग कर भारत अभिभावक संघ ने आंदोलन छेड़ दिया। संघ का दावा है कि भगत सिंह की जयंती पर सोमवार को उनके द्वारा किया गया भारत बंद का आवाहन सफल रहा। करीब 25 फीसद बाजार बंद रही और 60 फीसद अभिभावकों ने ऑनलाइन पढ़ाई का बायकाट किया। भारत अभिभावक संघ ने बंदी के दौरान ऑनलाइन वेबीनार का आयोजन किया।
जिसमें सरकार से शिक्षा के नाम पर हो रहे शोषण के विरोध में नियामक कानून बनाने की मांग की। संघ का दावा है कि 53 अभिभावक और 11 सामाजिक संगठनों ने उन्हें समर्थन दिया। संघ के अध्यक्ष प्रताप चंद्र ने बताया कि कोरोना के कारण हुए लॉकडाउन में देश में करोड़ों लोग आर्थिक मंदी झेल रहे हैं। उनकी भी कमर टूट गई है। व्यवसाय चौपट हो गए हैं। ऐसे में वह स्कूलों की पूरी फीस भरने में असमर्थ हैं। संघ के महासचिव विपिन ने इस दौरान घोषणा की अगर उनकी मांगे पूरी न हुईं और सरकार ने कोई ठोस कदम फीस के संबंध में न उठाया तो वह 11 अक्टूबर को लोक नायक जय प्रकाश (जेपी) के जन्मदिन पर दिल्ली में आरमण अनशन करेंगे। इस दौरान उत्तर प्रदेश राज पुलिस कर्मचारी परिषद के अध्यक्ष अजय सिंह, प्रवक्ता अनिल मिश्रा व अन्य लोग मौजूद रहें।
संघ की मांग
- नो स्कूल -नो फीस
- ऑनलाइन स्कूल तो सिर्फ ऑनलाइन की ही फीस तय हो
- शिक्षा के नाम पर हो रहे शोषण से मु्क्ति हेतु नियामक आयोग बने