मंदिर निर्माण में देरी के लिए कुछ कट्टरपंथी सुन्नी जिम्मेदार : रिजवी
शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण में देरी के लिए कुछ मुस्लिमों को ही जिम्मेदार ठहराया है।
जेेएनएन, लखनऊ। शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण में देरी के लिए कुछ मुस्लिमों को ही जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने एक बयान जारी कर कहा कि न्याय में देरी और कट्टरपंथी सुन्नी समाज की हठधर्मिता की वजह से पूरे देश में राम मंदिर को लेकर लहर है। इसका नजारा रविवार को अयोध्या में देखने को मिला है। रिजवी ने शिया समाज को इस मामले में सुन्नी मुसलमानों से दूरी बनाए रखने की सलाह दी है। श्रीराम की मूर्ति लगाए जाने पर रिजवी ने कहा कि इससे अयोध्या और यूपी में पर्यटन को को बढ़ावा मिलेगा।
राम मंदिर से होकर जाएगा संसद का रास्ता
अयोध्या में धर्मसभा और वाराणसी में धर्मसंसद के मंच पर जब राम मंदिर निर्माण को लेकर मंथन चल रहा था, उसी वक्त बरेली की धरती से विश्व हिंदू परिषद की शंखनाद सभा से भी एक हुंकार उठी। सांसदों को फिर से संसद पहुंचना है तो पहले केंद्र सरकार पर अध्यादेश लाने के लिए दबाव बनाना होगा। संगठन के केंद्रीय सहमंत्री और राष्ट्रीय प्रवक्ता विजय शंकर तिवारी ने दो टूक कहा कि संसद का रास्ता राम मंदिर से होकर जाएगा। सभा के बाद केंद्रीय श्रम मंत्री संतोष गंगवार को ज्ञापन सौंपा। राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि रामभक्त मंदिर निर्माण के लिए अब तक 77 संघर्ष कर चुके हैं, जिनमें 1992 का आंदोलन भी शामिल है। उस समय नारे थे कि जो हिंदू हित की बात करेगा, वह देश पर राज करेगा और कसम राम की खाते हैं, मंदिर वहीं बनाएंगे। अब नारा बदल गया है। जो हिंदू हित का काम करेगा, वही देश पर राज करेगा।