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लखनऊ विकास प्राधिकरण का कारनामा: अपार्टमेंट 12 तल का, आवंटन कर दिया 13वीं मंजिल पर

लखनऊ विकास प्राधिकरण (लविप्रा) के एक तरफ फ्लैट बिक नहीं रहे हैं जो बिक रहे हैं उन्हें समय से बनाकर देने में प्राधिकरण असमर्थ है और जो बनाकर दिए गए हैं उनमें तमाम खामिया हैं। बची हुई कसर फ्लैट के आवंटन में अफसर व कर्मचारी पूरी कर दे रहे हैं।

By Vikas MishraEdited By: Published: Tue, 19 Oct 2021 09:04 AM (IST)Updated: Tue, 19 Oct 2021 02:42 PM (IST)
लखनऊ विकास प्राधिकरण का कारनामा: अपार्टमेंट 12 तल का, आवंटन कर दिया 13वीं मंजिल पर
हकीकत में फ्लैट का निर्माण सिर्फ 12वें तल तक हुआ है और तेहरवां तल पर कोई निर्माण नहीं है।

लखनऊ, जागरण संवाददाता। लखनऊ विकास प्राधिकरण (लविप्रा) के एक तरफ फ्लैट बिक नहीं रहे हैं, जो बिक रहे हैं, उन्हें समय से बनाकर देने में प्राधिकरण असमर्थ है और जो बनाकर दिए गए हैं, उनमें तमाम खामिया हैं। बची हुई कसर फ्लैट के आवंटन में अफसर व कर्मचारी पूरी कर दे रहे हैं। आवंटी मीनू गुप्ता को देवपुर पारा में बनाए गए समाजवादी लोहिया इन्कलेव अपार्टमेंट में तेरहवें तल पर फ्लैट का आवंटन कर दिया गया। हकीकत में फ्लैट का निर्माण सिर्फ 12वें तल तक हुआ है और तेहरवां तल पर कोई निर्माण नहीं है। अब मीनू गुप्त अपने पति के साथ लविप्रा के चक्कर लगाने को विवश हैं, लेकिन कई माह से उनकों दूसरा फ्लैट अभी तक आवंटन नहीं किया गया है।

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लविप्रा अपनी गलती छिपाने के लिए आज कल करके आवंटी को प्राधिकरण की चक्कर लगाने को विवश कर रहा है। सोमवार को मीनू फिर अपर सचिव ज्ञानेंद्र वर्मा के पास पहुंचीं। वर्मा ने पूरे मामले को समझा और संबंधित बाबू से समस्या का निवारण जल्द करके सूचित करने को कहा है। आवंटी मीनू को समाजवादी लोहिया में डब्ल्यूएस एस+12 में एसडब्ल्यूवन/1308/ बी-6 आवंटित हुआ था। इस आवंटन पत्र में तेहरवें तल का उल्लेख किया गया है। हकीकत में इडब्ल्यूएस के अपार्टमेंट में तेहरवां तल है ही नहीं। आवंटी इससे पहले फरवरी 2021 में सचिव लविप्रा से मिली, फिर जून 2021 में अफसरों से फ्लैट नंबर बदलने को कहा। इसके बाद अक्टूबर 2021 में। हालांकि, इतने अथक प्रयास के बावजूद पीड़ित की समस्या जस की तस बनी हुई है।

फ्लैट सैकड़ों खाली हुए हैं, इनमें आवंटन होगाः लविप्रा को देवपुर पारा में 12 टॉवर इडब्ल्यूएस के बनाने थे। वर्तमान में नौ टॉवर ही बने हैं। ठेकेदारों की लापरवाही से यह प्रोजेक्ट राम भरोसे चल रहा है। ऐसे में छह साल पहले शुरू हुए प्रोजेक्ट में विशेष रुचि प्राधिकरण द्वारा न लेने पर सैकड़ों आवंटी अपना पैसा वापस ले चुके हैं। लविप्रा ने निर्णय किया है कि अब नया टॉवर कोई नहीं बनेगा। जिन्हें गलत आवंटन हुआ है, खाली हुए फ्लैटों में आवंटन दे दिया जाएगा।


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