चार दिन बाद झाड़ियों में मिला बच्चे का शव, चलती ट्रेन से नशेड़ी ने फेंका था Ambedkarnagar News
अयोध्या के पास फरक्का एक्सप्रेस से नशेड़ी ने बच्चे को फेंका था चार दिन बाद अंबेडकरनगर रेलवे ट्रैक के पास मिला शव।
अंबेडकरनगर, जेएनएन। बुधवार को दिल्ली जाते समय फरक्का एक्सप्रेस से चलती ट्रेन में फेंका गया शिशु का शव पूरे 72 घंटे बाद शनिवार की सुबह लगभग पांच बजे शिवबाबा रेल लाइन से कुछ दूर झाडिय़ों में मिला। बच्चे का शव क्षत-विक्षत पाया गया है। मौके से जीआरपी ने शव को कब्जे में लेकर परिजनों की शिनाख्त पर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। घटना के बाद बच्चे को खोजने के लिए रेलवे प्रशासन ने अभियान में जीआरपी के जवानों सहित रेल विभाग व जिला पुलिस को लगा रखा था। बच्चे के मिलने के बाद प्रशासन ने राहत की सांस ली।
यह था मामला
मालदा टाउन पश्चिम बंगाल निवासी सुनीता वर्मन अपने दुधमुहे बच्चे को गोद में लेकर सफर कर रही थी। वह अपने पति के पास दिल्ली जा रही थी। अकबरपुर रेलवे स्टेशन से ट्रेन के आगे बढ़ते ही कमलेश निवासी सीतामढ़ी बिहार ने बच्चें को उसकी गोद से छीनकर ट्रेन से बाहर फेंक दिया था। पीडि़ता की गुहार पर लोगों ने गोसाईगंज रेलवे स्टेशन पर इसकी सूचना दी। इसके बाद पहुंची जीआरपी ने युवक को हिरासत में ले लिया था। पुलिस ने पकड़े गए युवक का मानसिक रूप से बीमार होना बताया गया है।
इसके बाद लगातार बच्चे की खोज में रेलवे पुलिस सर्च अभियान चला रही थी, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। शनिवार की सुबह शिवबाबा के पास स्थानीयों लोगों ने एक बच्चे का शव देखा। इसकी सूचना यूपी 100 के साथ रेलवे पुलिस को दी। आरपीएफ थाना प्रभारी मोहम्मद नसीम, जीआरपी थाना अध्यक्ष नितेंद्र शुक्ल, आत्मा यादव एवं अशोक ङ्क्षसह के साथ पुलिस की टीम मौके पर पहुंच शव को कब्जे में लिया।