अब पर्यटकों को लुभाएगी दशहरी झील, 35 बीघे में होगा विकास- 1.5 किमी लंबाई में बनेगा पाथ वे
हरदोई रोड स्थित दशहरी ग्राम को पर्यटन स्तर पर किया जाएगा तैयार। मंगलवार को राजस्व टीम ने गांव का किया दौरा। अधिकारियों ने झील की जियो टैगिंग नहीं होगा अतिक्रमण।
लखनऊ, जेएनएन। दशहरी गांव अब तक दुनिया को आम की मिठास देता आया है, लेकिन अब दशहरी झील भी लोगों के आकर्षण का केंद्र बनेगी। प्रशासन ने इसे पुराने स्वरूप में लौटाने की तैयारी शुरू कर दी है। मंगलवार को प्रशासनिक टीमों ने दशहरी झील की जियो टैगिंग कर इसका आगाज किया।
हरदोई रोड स्थित दशहरी ग्राम पंचायत दशहरी आम के लिए मशहूर है। प्रशासनिक कोशिशें अगर परवान चढ़ीं तो गांव की पहचान राजधानी की सबसे बड़ी दशहरी झील से भी होगी। झील को पर्यटन के लिए तैयार किया जाएगा। ग्राम प्रधान के मुताबिक, झील करीब 35 बीघे व डेढ़ किलोमीटर लंबी होगी। झील को पर्यावरण व पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विकसित किया जाएगा। ग्राम प्रधान मनोज यादव ने बताया कि गांव में एक बड़ी झील है। इस पर पूर्व में अवैध कब्जे थे। पूर्व की सरकार में गांव का चयन स्पर्श गांव में हुआ था। तब इस झील को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की योजना बनी, लेकिन बजट के अभाव में लटकी रही। अब योगी सरकार ने झील को विकसित करने की योजना को मंजूरी दे दी। इसको लेकर राजस्व टीम ने मंगलवार को गांव में जाकर झील की जियो टैगिंग का कार्य की। वहीं, झील को विकसित करने का जिम्मा पर्यटन विभाग को दिया गया है। ग्राम प्रधान ने बताया कि गांव में झील के पास ही ऐतिहासिक व आम मशहूर किस्म दशहरी का मदर प्लांट है। इसकी वजह से गांव की पहचान पूरे जिले में थी अब गांव में झील विकसित हो जाने पर गांव को राजधानी की सबसे बड़ी झील होने का गौरव प्राप्त हो जाएगा।
ग्रामीणों में है उत्साह
सबसे बड़ी झील के निर्माण को लेकर ग्रामीण उत्साहित हैं। पर्यटन स्थल के रूप में विकसित होने पर गांव में रोजगार सृजन के अवसर भी बढ़ेंगे।
इन सुविधाओं से लैस होगी झील
झील को पर्यावरण व पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। झील में विभिन्न प्रजाति के फूल, लेमन ग्रास, सेल्फी प्वाइंट, झील में नौका विहार की सुविधा, झील के चारों तरफ टहलने के लिए पाथ, बैठने के लिए बेंच आदि की सुविधा होगी। झील करीब 35 बीघे व डेढ़ किलोमीटर लंबाई में फैली होगी। झील को राजधानी से सीधे जोडऩे के लिए हरदोई रोड व आगरा एक्सप्रेस वे का लिंक मार्ग भी तैयार हो रहा है। इससे पर्यटक आसानी से आ सकेंगे।