दारुल उलूम के छात्रों का उत्पात, मेसरूम फूंका
सहारनपुर में विश्वविख्यात दारुल उलूम में मजलिस-ए-शूरा की बैठक के दौरान सोमवार को छात्रों ने हंगामा खड़ा कर दिया। मेसरूम के दरवाजे फूंक दिए। शिक्षा विभाग के दफ्तर पर ताला जड़ दिया। शूरा की इस बैठक में वार्षिक बजट तय होना था।
लखनऊ। सहारनपुर में विश्वविख्यात दारुल उलूम में मजलिस-ए-शूरा की बैठक के दौरान सोमवार को छात्रों ने हंगामा खड़ा कर दिया। मेसरूम के दरवाजे फूंक दिए। शिक्षा विभाग के दफ्तर पर ताला जड़ दिया। शूरा की इस बैठक में वार्षिक बजट तय होना था। नाराज छात्रों ने शूरा सदस्यों को प्रबंधतंत्र के खिलाफ ज्ञापन सौंपा है।
दारुल उलूम के मेहमानखाने में शूरा की बैठक के दूसरे रोज सोमवार शाम को संस्था के सैकड़ों छात्रों ने प्रबंधतंत्र के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। छात्रों ने मेसरूम के गेट को आग के हवाले कर दिया। गुस्साए छात्रों का जत्था शिक्षा विभाग के दफ्तर पर ताला जड़ दिया। प्रबंधतंत्र के खिलाफ पर्चे बांटने शुरू कर दिए। हंगामा कर रहे छात्रोंं का आरोप था कि प्रबंधतंत्र ज्यादती कर रहा है। छात्रों को सुविधाएं नहीं मिल रही हैं। खाने की गुणवत्ता ठीक नहीं रहती। इन छात्रों ने शूरा की बैठक में पहुंचकर अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन भी सौंपा। घटना के बाद से प्रबंधतंत्र में हड़कंप मचा है। शूरा की बैठक से पहले शनिवार रात्रि में दफ्तर अहतमाम (कुलपति कार्यालय) में आग लग गई थी। माना जा रहा है कि आग छात्रों ने ही लगाई थी। मदरसा प्रबंध तंत्र इस घटना की जांच में जुट गया है। दारुल उलूम के मोहतमिम अबुल कासिम नोमानी ने कहा कि उत्पात करने वाले छात्रों की जांच कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
28 करोड़ 50 लाख हुआ दारुल उलूम का सालाना बजट
जासं, सहारनपुर : दारुल उलूम देवबंद की सुप्रीम पावर मजलिस-ए-शूरा की बैठक के दूसरे दिन विभिन्न विभागों की रिपोर्ट पेश किए जाने के साथ ही इस वर्ष के सालाना बजट को डेढ़ करोड़ रुपये बढ़ाते हुए 28 करोड़ 50 लाख प्रस्तावित किया गया। जैसा कि होता आया है, शूरा के चौथे चरण की बैठक में सदस्यों द्वारा इस पर मोहर लगा दी जाएगी। दारुल उलूम के मेहमानखाने में सोमवार की सुबह आयोजित हुई मजलिस-ए-शूरा के तीसरे चरण की बैठक में विभिन्न विभागों के अध्यक्षों द्वारा अपने अपने विभागों की रिपोर्ट पेश की गई। साथ ही संस्था के लेखा विभाग द्वारा नए साल के लिए संस्था के बजट में एक करोड़ 50 लाख रुपये का इजाफा करते हुए इस वर्ष के सालाना बजट को 28 करोड़ 50 लाख रुपये प्रस्तावित किया। हालांकि पिछले दो वर्षों से सालाना बजट में एक-एक करोड़ रुपये की वृद्धि हो रही थी। लेकिन इस बार बढ़ती मंहगाई के मद्देनजर पिछले वर्ष के 27 करोड़ के बजट के मुकाबले इस वर्ष डेढ़ करोड़ रुपये की बढ़ोतरी की गई है।