डफरिन में शुरू होगा डीएनबी कोर्स, गायनी की दो सीटों के लिए किया आवेदन
झलकारी बाई महिला अस्पताल भी कर रहा है डीएनबी की तैयारी, लेकिन अस्पताल में वर्तमान में 70 बेड हैं, जिसकी वजह से पेंच फंस सकता है।
लखनऊ, जेएनएन। प्रदेश के अस्पतालों को अपग्रेड करने के लिए डिप्लोमेट ऑफ नेशनल बोर्ड (डीएनबी) कोर्स शुरू किया जाना है। राजधानी के कई बड़े अस्पतालों में डीएनबी की तैयारी शुरू हो गई है। डफरिन और झलकारी बाई महिला अस्पताल ने भी डीएनबी के लिए आवेदन कर दिया है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) की ओर से सीनियर रेजिडेंट और अस्पतालों को अपग्रेड करने के डीएनबी कोर्स शुरू करने की कवायद की गई है। इस कड़ी में लोहिया अस्पताल में सबसे पहले डीएनबी कोर्स शुरू किया गया था। इसके बाद वर्ष 2016 में बलरामपुर अस्पताल में पांच विषय में और सिविल अस्पताल ने भी पांच विषयों में डीएनबी कोर्स शुरू किया। बलरामपुर अस्पताल में लगभग सभी विषयों में सीनियर रेजिडेंट की भर्ती हो गई है। वहीं सिविल अस्पताल में भी रेजिडेंट की सीटें और वेतन मिल गया है।
दो सीटों में होगा कोर्स
डफरिन अस्पताल की प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ.नीरा जैन ने बताया कि स्त्री एवं प्रसूति रोग के लिए दो पोस्ट डीजीओ की सीटें मांगी हैं। इसके लिए ढाई लाख रुपये एनएचएम में जमा हो गए हैं। इसमें दो सीनियर रेजिडेंट का वेतन, लाइब्रेरी के फंड मांगे गए हैं। एमडी एनएचएम ने वर्ष 2019 की पीआइपी में इसे शामिल करने का आश्वासन दिया है।
झलकारी बाई में फंसेगा बेड का मामला
झलकारी बाई महिला अस्पताल की सीएमएस डॉ.सुधा वर्मा ने भी डीएनबी कोर्स के लिए आवेदन किया है। जहां डीएनबी कोर्स करवाने के लिए कम से कम 100 बेड होने का नियम है। वहीं झलकारी बाई महिला अस्पताल में वर्तमान में 70 बेड हैं, जिसकी वजह से पेंच फंस सकता है। डॉ.सुधा ने बताया कि दो गायनी की दो सीटों के लिए एनएचएम में प्रस्ताव भेज दिया गया है। जवाब का इंतजार है।