...तो इसलिए बनाया जन्मभूमि लखनऊ में स्टूडियो : अमित मिश्रा
दैनिक जागरण के फेसबुक लाइव पेज पर बॉलीडवुड के मशहूर सिंगर अमित मिश्रा के साथ खास बातचीत।
लखनऊ, जेएनएन। फिल्म ऐ दिल है मुश्किल के 'बुल्लेया गाने से सुरों की दुनिया में लखनऊ को पहचान दिलाने वाले बॉलीवुड सिंगर अमित मिश्रा इन दिनों अपनी जन्मभूमि लखनऊ में हैं। अभी हाल ही उन्होंने अपने दोस्त के साथ मिलकर राजाजीपुरम मेें एक स्टूडियो बनाया है, जहां अब तक चार गानों को रिकार्ड भी कर लिया गया है। कोरोना काल में संगीत से जुड़े कई मुद्दों पर उन्होंने दैनिक जागरण से खास बातचीत की, साथ ही अपने अब तक के संगीत के सफर की जानकारी भी दी।
तहजीब के शहर में पैदा होना खुशी की बात
मैं आलमबाग का रहने वाला हूं। पिछले दस वर्ष से मैं मुंबई में रह रहा था, जिस वजह से अपने शहर से दूर होना पड़ा। मेरे लिए बड़ी खुशी की बात है कि तहजीब का शहर मेरी जन्मभूमि है। यहां से काफी यादें जुड़ी हैं। होली के कुछ दिन पहले आया था और उसके बाद कोरोना की वजह से अब तक यही हूं।
राजाजीपुरम में बनाया स्टूडियो
अभी कुछ दिनों पहले मैंने और मेरे भातखंडे के दोस्त आनंद त्रिपाठी ने मिलकर राजाजीपुरम में अपना स्टूडियो बनाया है। कारण, कोराना की वजह से मुंबई जाना संभव नहीं और मुंबई से लगातार मेरे पास काम आ रहे थे। अब तक चार गाने रिकॉर्ड करके भेज चुका हूं। इसके अलावा कुछ वीडियो सिंगल भी डब हुए हैं। अभी तो स्टूडियो का उपयोग व्यक्तिगत ही है लेकिन भविष्य में लखनऊ के नवोदित कलाकारों को प्लेटफार्म देने की योजना है।
प्रसिद्ध गायकों को खूब सुनें
स्कूल के समय से ही मैंने म्यूजिक ले रखा था। लखनऊ विवि से ग्रेजुएशन के साथ भातखंडे से संगीत की शिक्षा ली। लखनऊ में मेरे गुरु विनोद प्रसाद, देवेन्द्र पाठक और राजीव वाजपेयी साहब रहे हैं। इसके अलावा और भी लोग हैं जिन्होंने मुझे काफी कुछ सिखाया। मेरा मानना है कि अगर एक गायक को बेहतरीन कलाकार बनना है तो पहले अच्छे से संगीत की शिक्षा लें। साथ ही सभी प्रसिद्ध गायकों को खूब सुनें।
टर्निंग प्वाइंट और प्रीतम दा
मैं अपने जीवन का टर्निंग प्वाइंट यही मानता हूं कि जब मेरे पिता ने मुझे मुंबई भेजा था। असल जिंदगी में पिता ही रोल मॉडल हैं। मुंबई में प्रीतम दा ने मेरा बहुत साथ दिया है। पहला मौका भी उन्होंने ही मुझे दिया था जब मैंने मन मा इमोशन जागे रहे... गाना गाया था। भाग्यशाली हूं कि मुझे प्रीतम दा जैसे संगीतकार के साथ संगीत सीखने का मौका मिला। काफी समय से उनके साथ जुड़ा हूं।
इनके साथ काम करने की इच्छा
मुझे मस्ती मजाक, पार्टी नंबर और ईश्वर से जुड़े हुए गाने गाना पसंद हैं। प्रीतम दा के अलावा एआर रहमान, सलीम-सुलेमान, विशाल-शेखर के साथ काम करने की इच्छा है।