Medical Education UP: डी फार्मा छात्रों को एग्जिट एग्जाम में तीन की जगह अब देना होगा एक पेपर
Medical Education UP यूपी में डिप्लोमा इन फार्मेसी छात्रों को काउंसिल ने राहत दी है। अभी तक डी फार्मा छात्रों को एग्जिट एग्जाम में तीन पेपर देने होते थे। अब काउंसिल ने फैसला किया है कि छात्रों को सिर्फ एक पेपर देना होगा।
लखनऊ, राज्य ब्यूरो। Medical Education UP डिप्लोमा इन फार्मेसी (डी फार्मा) की पढ़ाई पूरी कर चुके छात्रों को रजिस्ट्रेशन से पूर्व एग्जिट एग्जाम में तीन पेपर की बजाए सिर्फ एक पेपर देना होगा।
फार्मेसी काउंसिल आफ इंडिया की ओर से डिप्लोमा इन फार्मेसी एग्जिट एग्जामिनेशन रेगुलेशन 2022 की धारा छह में बदलाव करने का प्रस्ताव राज्यों को भेजा है। यूपी में हर साल दो लाख विद्यार्थी डी फार्मा की पढ़ाई पूरी कर बाहर निकलते हैं।
रजिस्ट्रेशन कराने से पहले उन्हें यह एग्जिट एग्जाम देना होता है। स्टेट फार्मेसी काउंसिल के पूर्व चेयरमैन सुनील यादव के मुताबिक अभी नवंबर 2022 में होने जा रहे एग्जिट एग्जाम में तीन-तीन घंटे के तीन पेपर विद्यार्थियों को देने थे।
एक दिन में तीन पेपर देने का मतलब नौ घंटे की परीक्षा होती। तीन अलग-अलग दिन परीक्षा आयोजित करने पर अगर किसी विद्यार्थी का परीक्षा केंद्र किसी दूर-दराज जिले में बनाया जाता तो उसे वहां ठहरने में कठिनाई होती।
विद्यार्थियों की व्यवहारिक समस्याओं को देखते हुए फार्मेसी काउंसिल आफ इंडिया की एग्जीक्यूटिव कमेटी की बीते आठ अगस्त 2022 को आयोजित बैठक में रेगुलेशन में बदलाव का निर्णय लिया गया। अब पत्र सभी राज्यों को भेजा गया है। अब एक पेपर साढ़े तीन घंटे का होगा और उसमें बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे जाएंगे।