Move to Jagran APP

Ram Mandir Ayodhya Update: अयोध्‍या में प्रशस्त होगी 'कल्चरल कैपिटल ऑफ दि वर्ल्‍ड' की संभावना

स्वामी गोविंददेव गिरि की अध्यक्षता में गठित समन्वय समिति ने परिसर के विकास का खाका खींचा है। परिसर के विकास के संदर्भ में स्वामी गोविंददेव का कहना है कि हम इसे कल्चरल कैपिटल ऑफ दि वल्र्ड के रूप में विकसित करना चाहते हैं।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Thu, 21 Jan 2021 07:06 AM (IST)Updated: Thu, 21 Jan 2021 07:06 AM (IST)
Ram Mandir Ayodhya Update: अयोध्‍या में प्रशस्त होगी 'कल्चरल कैपिटल ऑफ दि वर्ल्‍ड' की संभावना
भव्य मंदिर के साथ संपूर्ण रामजन्मभूमि परिसर को विकसित करने की व्यापक कार्ययोजना।

अयोध्या, [रघुवरशरण]। राम मंदिर निर्माण के साथ 'कल्चरल कैपिटल ऑफ दि वर्ल्‍ड' की संभावना प्रशस्त होगी। रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने रामजन्मभूमि परिसर के पांच एकड़ भू क्षेत्र पर राम मंदिर के रूप में दुनिया के भव्यतम स्थापत्य की मिसाल बनाने की तैयारी की है। बाकी के 65 एकड़ भू क्षेत्र को 'कल्चरल कैपिटल ऑफ दि वर्ल्‍ड' के रूप में विकसित करने की तैयारी है। रामजन्मभूमि परिसर सिंह द्वार के सम्मुख दीप स्तंभ से रोशन होगा। गुरुवार से रामनगरी में ही राम मंदिर निर्माण समिति की दो दिवसीय बैठक में इस कार्ययोजना को अंतिम रूप दिया जाएगा।

loksabha election banner

इस भूक्षेत्र में यह है बनाने की योजना

  • यज्ञशाला, अनुष्ठान मंडप, हनुमान जी की विशाल प्रतिमा
  • रामजन्मभूमि के उत्खनन में प्राप्त शिलालेख एवं पुरावशेषों का संरक्षण केंद्र
  • वेद, पुराण, रामायण और संस्कृत का अध्ययन केंद्र
  • ध्यान एवं मनन निकुंज के लिए भक्ति टीला
  • रामलीला केंद्र और मंच के तौर पर 360 डिग्री का थिएटर
  • माता कौशल्या वात्सल्य मंडप के नाम से प्रदर्शनी कक्ष
  • अभिलेखागार एवं अनुसंधान केंद्र
  • आदर्श गोशाला, संगीतमय फव्वारा और युवा एवं बाल क्रिया कलाप केंद्र
  • अतिथि निवास केंद्र
  • भरत प्रसाद मंडप, माता सीता रसोई

स्वामी गोविंददेव की अध्यक्षता में खींचा गया खाका

रामजन्मभूमि परिसर के विकास का प्रारूप देश भर के चुनिंदा वास्तुविदों और अध्यात्म-संस्कृति के शीर्ष आचार्यों से मिले सुझाव के बाद तैयार किया गया है। इस सुझाव की समीक्षा के बाद तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंददेव गिरि की अध्यक्षता में गठित समन्वय समिति ने परिसर के विकास का खाका खींचा है। परिसर के विकास के संदर्भ में स्वामी गोविंददेव का कहना है कि हम इसे कल्चरल कैपिटल ऑफ दि वल्र्ड के रूप में विकसित करना चाहते हैं।

'श्रीराम को इतनी भव्यता और व्यापकता के साथ बि‍ंबित करता रामजन्मभूमि परिसर निश्चित रूप से बेमिसाल होगा। भव्य मंदिर के साथ संपूर्ण परिसर को कल्चरल कैपिटल के रूप में विकसित करने की योजना भव्य है।' 

- जगद्गुरु रामानंदाचार्य स्वामी रामदिनेशाचार्य


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.