बीएचयू बवाल में दोनों ओर से प्राथमिकी दर्ज
काशी हिंदू विश्वविद्यालय में शुक्रवार बवाल को लेकर छात्र व विश्वविद्यालय प्रशासन ने एक-दूसरे के खिलाफ लंका थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। घायल छात्र भानु प्रताप सिंह ने अपनी तहरीर में चीफ प्राक्टर सत्येंद्र कुमार सिंह समेत छह सुरक्षाकर्मियों पर बलवा, लूट, साजिश रचने व जानलेवा हमले का आरोप
लखनऊ। काशी हिंदू विश्वविद्यालय में शुक्रवार बवाल को लेकर छात्र व विश्वविद्यालय प्रशासन ने एक-दूसरे के खिलाफ लंका थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। घायल छात्र भानु प्रताप सिंह ने अपनी तहरीर में चीफ प्राक्टर सत्येंद्र कुमार सिंह समेत छह सुरक्षाकर्मियों पर बलवा, लूट, साजिश रचने व जानलेवा हमले का आरोप लगाया है। उधर, विश्वविद्यालय प्रशासन ने भानु प्रताप सिंह सहित आठ नामजद व १५ अज्ञात परबलवा व मारपीट सहित आरोपों में प्राथमिकी दर्ज कराई। शनिवार व रविवार को परिसर में तनावपूर्ण शांति बनी रही। इस बीच कुलपति ने प्रो. जीसी त्रिपाठी ने प्रो. आशाराम त्रिपाठी की अध्यक्षता में जांच समिति गठित कर दी है।
गौरतलब है कि स्वतंत्रता दिवस के ठीक एक दिन पूर्व बीएचयू परिसर से बाहर रहने वाले भानु प्रताप सिंह समेत तीन छात्र बाइक पर सवार होकर मुंह पर कपड़ा बांधे हैदराबाद गेट से अंदर आ रहे थे। वहां सुरक्षाकर्मियों ने तीनों को रोका। इसके बाद तीन सवारी को लेकर हुए विवाद में सुरक्षाकर्मियों से उनकी भिड़ंत हो गई। बाद में सुरक्षाकर्मियों ने भानु को प्राक्टोरियल आफिस ले जाकर पिटाई कर दी थी। इसके बाद छात्र उग्र हो गए और उन्होंने घूम-घूम कर सुरक्षाकर्मियों की पिटाई करने के साथ जगह-जगह तोडफ़ोड़ भी की। बाद में पहुंची भारी फोर्स ने परिसर में मार्च किया।