COVID-19 Cases in UP: अब यूपी के 56 जिलों में कोरोना के 50 से कम संक्रमित, 222 नए केस मिले
COVID-19 Cases in UP उत्तर प्रदेश में कोरोना से संक्रमित 222 नए रोगी मिले और 45 मरीजों की मौत हुई। अब एक्टिव केस घटकर 3165 रह गए हैं। अब पाजिटिविटी रेट घटकर 0.07 फीसद रह गया है और रिकवरी रेट 98.5 प्रतिशत है।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ : उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से घट रहा है। अब 56 जिलों में कोरोना के 50 से कम संक्रमित रह गए हैं। महोबा कोरोना मुक्त हो चुका है और इसके सहित सात जिलों में 10 से कम मरीज हैं। इसमें श्रावस्ती, बदायूं, कासगंज, हमीरपुर, कौशांबी व चित्रकूट शामिल हैं। रविवार को कोरोना से संक्रमित 222 नए रोगी मिले। अब एक्टिव केस घटकर 3,165 रह गए हैं। अब पाजिटिविटी रेट घटकर 0.07 फीसद रह गया है और रिकवरी रेट 98.5 प्रतिशत है।
प्रदेश में 23 जून को 55 रोगियों की मौत हुई थी और इसके बाद लगातार मौत का आंकड़ा 40 से कम था। रविवार को फिर आंकड़ा बढ़ा और 45 मरीजों की मौत हुई। अब तक 22,518 लोगों की मौत हो चुकी है। बीते 24 घंटे में 2.77 लाख लोगों की कोरोना जांच की गई और अब तक कुल 5.70 करोड़ लोगों का कोरोना टेस्ट कराया जा चुका है। कोरोना से अब तक 17.05 लाख लोग संक्रमित हो चुके हैं और इसमें से 16.79 लाख रोगी ठीक हो चुके हैं।
पीकू के लिए मास्टर ट्रेनर तैयार : कोरोना की तीसरी लहर से बच्चों को बचाने के लिए पीडियाट्रिक आइसीयू (पीकू) तैयार किए जा रहे हैं। इन पीकू के संचालन के लिए राज्य स्तर पर 91 बाल रोग विशेषज्ञों, 80 चिकित्साधिकारियों व 98 स्टाफ नर्सों को मास्टर ट्रेनर के रूप में प्रशिक्षित किया गया है। लखनऊ व गौतमबुद्ध नगर में यह विशेष प्रशिक्षण दिया गया है। अब यह मास्टर ट्रेनर सोमवार से अपने-अपने जिलों में दो-दो दिन की ट्रेनिंग देकर पीकू के संचालन के लिए जिलों में कार्यरत बाल रोग विशेषज्ञों, चेस्ट विशेषज्ञों, फिजिशियन व चिकित्साधिकारियों प्रशिक्षित करेंगे। यह ट्रेनिंग तीन बैच में दी जाएगी।
पीकू और आक्सीजन की सुविधा युक्त बेड तैयार : महानिदेशक (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) डा. डीएस नेगी ने बताया कि प्रदेश में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के मंडलीय अस्पतालों में 40 बेड का पीकू और 40 आक्सीजन की सुविधा युक्त बेड तैयार किए गए हैं। जिला अस्पतालों में 20 बेड का पीकू और 20 बेड आक्सीजन की सुविधा युक्त तैयार किए गए हैं। सभी जिलों में चार-चार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर 10 आक्सीजन की सुविधा युक्त बेड और दो बेड पर बाइपैप मशीन की सुविधा होगी। ऐसे में इनके संचालन के लिए पर्याप्त मानव संसाधन तैयार किया जा रहा है। अब जिलों में प्रशिक्षण शुरू होगा।