Couple Suicide Case in Lucknow: अर्टिका कार में पीछे बैठे थे प्रेमी युगल, रास्ते में ही हो गई थी मौत
लखनऊ में प्रेमी युगल पुलिस की अर्टिका कार में खाया था जहरीला पदार्थ पुलिस को नहीं लगी कानों कान भनक मामले में कार में मौजूद दारोगा और सिपाही के सतर्क नहीं होने की वजह से गई दोनों की जान अभी तक नहीं हुई कार्यवाही।
लखनऊ, जेएनएन। राजधानी पुलिस की मौजूदगी में प्रेमी युगल की आत्महत्या के मामले में लापरवाही बरतने वाले दारोगा व सिपाही के खिलाफ अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है। छानबीन में पता चला है कि पुलिस अर्टिका कार से विकास के दो रिश्तेदारों को लेकर गई थी। विकास और पारुल को पुलिस ने कार में सबसे पीछे की सीट पर बिठाया था। पुलिस आयुक्त सुजीत पांडेय के मुताबिक बीच की सीट पर विकास के दोनों रिश्तेदार बैठे थे, जबकि दारोगा भरत पाठक व सिपाही आगे मौजूद थे। प्रेमी युगल ने कार में उल्टी की थी, जिसकी भनक किसी को नहीं लग सकी। उधर, विकास और पारुल ने बरेली से लखनऊ के रास्ते में ही दम तोड़ दिया था।
बताया जा रहा है कि चालक के अलावा अन्य कार में सो गए थे, जिसकी वजह से प्रेमी युगल की मौत की भनक किसी को नहीं लगी। इस पूरे प्रकरण में सराफा चौकी इंचार्ज भरत पाठक व आरक्षी की चूक उजागर हुई है। सूत्रों के मुताबिक सीतापुर के पास कार में बदबू आने से पुलिसकर्मियों को अटपटा लगा। इसके बाद प्रेमी युगल को आवाज लगाई गई, लेकिन दोनों ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। प्रेमी युगल को पास के किसी अस्पताल ले जाने के बजाय पुलिसकर्मी उन्हें ट्रामा सेंटर लेकर गए, लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। उधर, टीम के साथ गए विकास के रिश्तेदार ने कृष्णानगर कोतवाली में प्रार्थना पत्र देकर इस घटना का जिक्र कर किसी कार्यवाही से इनकार किया है। वहीं पारुल की मां सुषमा का कहना है कि पुलिस टीम उनकी मदद कर रही थी। मेरे निवेदन पर ही पुलिसकर्मी बरेली गए थे। अब मेरी बेटी भी इस दुनिया में नहीं है। मुझे इस संबंध में कोई कार्यवाही नहीं चाहिए।
यह था मामला
लखनऊ के कृष्णानगर थाने के दारोगा एक सिपाही के साथ घर से भागे प्रेमी युगल विकास व पारुल को बरेली से लखनऊ ला रहे थे। इस दौरान दोनों ने पुलिस की मौजूदगी में जहरीला पदार्थ खा लिया था, जिससे उनकी मौत हो गई थी। पुलिस के साथ विकास बाकि दो रिश्तेदार भी गए थे। पुलिस आयुक्त ने बताया था कि कोर्ट के आदेश पर पुलिस प्रेमी युगल को न्यायालय में अपना बयान दर्ज कराने के लिए नोटिस देने गई थी। दोनों पुलिस के साथ ही