सेंट्रल बैंक के अधिकारियों को फंसाने के लिए महिला ने रची साजिश, लखनऊ पुलिस ने खोल दी पोल
लखनऊ के सेंट्रल बैंक आफ इंडिया के लाकर से जेवर चोरी होने के मामले में हुसैनगंज पुलिस ने घटना का राजफाश कर आरोपित रिकवरी एजेंट को गिरफ्तार कर भेजा जेल। महिला और उसके पति पर भी होगी कार्रवाई।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। कैंट इलाके में सेंट्रल बैंक आफ इंडिया के लाकर से 12.70 लाख रुपये के जेवर गायब होने के मामले में पुलिस ने घटना का राजफाश कर रिकवरी एजेंट राजेंद्र सिंह को गिरफ्तार कर सोमवार को जेल भेज दिया। लाकर बंगलुरु की रहने वाली रवीना माथुर के नाम से था। रवीना ने एजेंट के साथ साजिश रचकर सारे जेवर खुद निकलवाए थे। इसके बाद बैंक अधिकारियों और कर्मचारियों पर जेवर हड़पने का झूठा मुकदमा दर्ज कराया था। पूरे मामले में रवीना का पति मास्टर माइंड है। दोनों के खिलाफ पुलिस ने साक्ष्य इकट्ठा कर लिए हैं और उनके खिलाफ कार्रवाई करने जा रही है।
रवीना की मां के नाम से था लाकर, मौत के बाद हासिल किया था उत्तराधिकार : मामले के विवेचक हुसैनगंज थाने के दारोगा धीरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि रवीना कैंट इलाके की रहने वाली हैं। वह अपने पति आर्यन अग्रवाल के साथ बंगलुरु में रहती हैं। बैंक का लाकर रवीना की मां के नाम से था। रवीना की मां की कोविड के दौरान मौत हो गई थी। इसके बाद रवीना लखनऊ आयीं वह बैंक गई और लाकर खोलने का प्रयास किया। बैंक अधिकारियों ने लाकर खोलने से उन्हें मना कर दिया।
उन्होंने पहले उत्तराधिकार से संबंधित दस्तावेज मांगे। रवीना ने उत्तराधिकार के दस्तावेज तैयार कर बैंक में प्रस्तुत किए थे। दस्तावेज देखकर बैंक अधिकारियों ने उनसे कहा कि वह अपना लाकर चेक कर सकती हैं। नवंबर 2021 में रवीना पति के साथ बैंक पहुंची। लाकर चेक किया। उन्होंने बताया कि लाकर में मां के कीमती जेवर थे वह नहीं हैं, जिसे बैंक अधिकारियों और कर्मचारियों ने हड़प कर लिए। रवीना ने बैंक अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया।
पड़ताल शुरू की गई तो पता चला कि बैंक के रिकवरी एजेंट राजेंद्र सिंह निवासी हैदर कैनाल के बारे में जानकारी हुई। उसका रवीना से मिलना जुलना था। बातचीत भी फोन पर होती थी। आशंका पर उसे उठाकर पूछताछ की गई। राजेंद्र ने बताया कि रवीना और उनके पति ने साजिश रची थी। उसे लालच दिया था। चूंकि राजेंद्र का भी लाकर बैंक में ही है। रवीना ने अपने लाकर की चाभी उसे दी थी।
राजेंद्र अपना लाकर खोलने के बहाने रवीना की चाभी लेकर बैंक पहुंचा। वहां उसने रवीना के लाकर से सारे जेवर निकाल लिए। इसके बाद रवीना से मिलकर उसे दे दिए। रवीना ने जेवर खुद निकलवाए। इसके बाद बैंक अधिकारियों और कर्मचारियों पर मुकदमा दर्ज कराया। धीरेंद्र कुमार ने बताया कि तीनों की मिलने-जुलने की फुटेज भी कई स्थान पर मिली हैं। उनकी मोबाइल पर बात भी होती थी।