कम होगी पुलिसवालों की टेंशन, यूपी के हर जिले में होगी काउंसलिंग सेल Lucknow News
उत्तर प्रदेश के हर जिले में होगी काउंसलिंग सेल का गठन लखनऊ जोन के सभी जिलों के एडीजी कर रहे मॉनीटरिंग।
लखनऊ [शोभित मिश्र]। मानसिक तनाव के चलते पुलिसकर्मियों की आत्महत्याओं के बढ़ते ग्राफ को देखते प्रदेश के हर जिले में काउंसलिंग सेल का गठन किया गया है। इसमें मनोचिकित्सक व अन्य विशेषज्ञ समय-समय पर काउंसलिंग करेंगे।
आंकड़ों पर गौर करें तो पुलिसकर्मियों के आत्महत्या में मानसिक उत्पीडऩ सबसे बड़ी वजह है। ऐसे में सेल मददगार साबित होगी। लखनऊ जोन के सभी जिलों की मॉनीटङ्क्षरग एडीजी जोन एसएन साबत स्वयं करेंगे।
पूर्व की घटनाएं
- 29 मई 2018-एट एस में तैनात एएसपी राजेश साहनी ने ड्यूटी के दौरान मानसिक तनाव में खुद को गोली मार ली।
- एएसपी पूर्वी कानपुर के पद पर तैनात सुरेंद्र कुमार दास ने मानसिक तनाव में आत्महत्या कर ली।
- 09 जून 2018-हरदोई में डायल 100 में तैनात दारोगा राजरतन वर्मा ने आलमबाग स्थित क्वार्टर में गोली मार ली।
- 30 अगस्त 2019-सुरक्षा मुख्यालय में तैनात हेड कांस्टेबल देवी शंकर मिश्रा ने आत्महत्या कर ली थी।
- 02 सितंबर 2019-सहारा स्टेट में मानसिक तनाव के चलते एएसआइ धर्मेंद्र कुमार मिश्रा ने आत्महत्या कर ली थी।
समस्याएं सुनने वाली इन योजनाओं पर लग चुका ताला
पूर्व डीजीपी विक्रम सिंह ने मंडे रिक्वेस्ट रूम योजना चलाई थी, जिसमें समस्याएं सुनकर उनका निस्तारण होता था, पर यह योजना बंद कर दी गई। ऐसे में काउंसलिंग सेल की पहल कारगर साबित होगी।
एडीजी जोन, लखनऊ एसएन साबत ने बताया कि प्रदेश के प्रत्येक जिले में पुलिसकर्मियों का मानसिक तनाव दूर करने के लिए काउंसलिंग सेंटर का गठन किया गया है। कई जिलों में शुरुआत भी कर दी गई है।