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Coronavirus : यूपी के 51 मेडिकल कॉलेजों में खुलेंगे कोरोना वायरस के मरीजों के लिए विशेष अस्पताल

Coronavirus सुरेश खन्ना ने कहा कि राजधानी में स्थित संजय गांधी पीजीआई में प्रदेश का आधुनिक राजधानी कोविड हास्पिटल स्थापित किया जा रहा है।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Mon, 23 Mar 2020 10:31 PM (IST)Updated: Mon, 23 Mar 2020 10:31 PM (IST)
Coronavirus : यूपी के 51 मेडिकल कॉलेजों में खुलेंगे कोरोना वायरस के मरीजों के लिए विशेष अस्पताल
Coronavirus : यूपी के 51 मेडिकल कॉलेजों में खुलेंगे कोरोना वायरस के मरीजों के लिए विशेष अस्पताल

लखनऊ, जेएनएन। यूपी में 51 मेडिकल कॉलेजों में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए विशेष अस्पताल खोले जाएंगे। सोमवार को चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से अधिकारियों को निर्देश दिए कि 24 राजकीय मेडिकल कॉलेजों व 27 निजी मेडिकल कॉलेजों में यह विशेष अस्पताल खोले जाएं। अधिकारियों ने उन्हें बताया कि अभी तक कोरोना वायरस के संक्रमण के उपचार व रोकथाम के लिए 4500 आइसोलेशन व क्वारंटाइन बेड उपलब्ध हैं। मंत्री ने निर्देश दिए कि सप्ताह भर में कुल 11 हजार आइसोलेशन व क्वारंटाइन बेड की व्यवस्था की जाए। 

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मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि प्रत्येक मेडिकल कॉलेज में न्यूनतम 20 आइसोलेशन बेड तथा दो वेंटीलेटर और अधिकतम 200 आइसोलेशन बेड व 20 वेंटीलेटर की व्यवस्था की जाए। सुरेश खन्ना ने कहा कि राजधानी में स्थित संजय गांधी पीजीआई में प्रदेश का आधुनिक राजधानी कोविड हास्पिटल स्थापित किया जा रहा है। इसमें हाई रिस्क रोगियों के लिए 210 आइसोलेशन बेड और 100 वेंटीलेटर की सुविधा होगी।

उन्होंने सभी मेडिकल कॉलेजों के प्रधानाचार्यों को निर्देश दिए कि कोविड-19 अस्पतालों के लिए भवन चिन्हित करने और मेडिकल स्टाफ के लिए क्वारंटाइन बेड, मानव संसाधन व उपकरण आदि की व्यवस्था तत्काल सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। प्रदेश में 13 बड़े कोविड-19 अस्पताल जिसमें 200 बेड वाले आइसोलेशन वार्ड होंगे और 38 मध्यम दर्जे के कोविड अस्पताल होंगे। सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वह इन अस्पतालों की निगरानी करें और एपिडेमिक एक्ट के तहत कार्रवाई करें।

11 हजार बेड के इंतजाम के लिए सात समितियां बनी

कोरोना वायरस के संक्रमण को बढ़ने से रोकने के लिए सरकारी व प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में 11 हजार आइसोलेशन और क्वारंटाइन बेड की व्यवस्था के लिए सात समितियां बनाई जाएंगी। चिकित्सा शिक्षा विभाग ने इसके लिए एक टास्क फोर्स का भी गठन किया है। यह समितियों का मार्गदर्शन करेगी और सेवानिवृत्त डॉक्टरों की मदद भी ली जाएगी। चिकित्सा शिक्षा विभाग ने इसके लिए समितियां बनाने के निर्देश दिए हैं। इसमें आइसोलेशन, क्रिटिकल केयर मैनेजमेंट, ओपीडी, दवा-उपकरण, मानव संसाधन, लॉजिस्टिक, आपातकाल में प्राथमिकता के निर्धारण को ट्राइज मैनेजमेंट और अस्पताल प्रशासन को जोड़ा जाएगा।

सेवानिवृत्त डॉक्टरों की भी ली जाएगी सेवा

मेडिकल कॉलेजों में ओपीडी, इनडोर व आपरेशन पहले ही रोके जा चुके हैं। अस्पतालों के स्टॉफ को भी कोरोना वायरस संक्रमण नियंत्रण से जुड़ी सेवाओं में भी जोड़ा जाएगा। सेवानिवृत्त हो चुके डॉक्टरों की भी सेवा ली जाएगी। संजय गांधी पीजीआइ में हेल्थ प्रोफेशनल्स को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

लॉकडाउन वाले जिलों में बंद रहेंगे सरकारी व निजी संस्थान

कोरोना वायरस के संक्रमण से प्रभावित अब तक 17 जिलों को लॉकडाउन किया जा चुका है। यहां सभी सरकारी, निजी व अर्द्धसरकारी प्रतिष्ठानों इत्यादि को पूरी तरह बंद कर दिया गया है। सोमवार को प्रमुख सचिव चिकित्सा व स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद की ओर से इसके औपचारिक आदेश भी जारी किए गए हैं। सार्वजनिक परिवहन भी बंद कर दिया गया है। सिर्फ आवश्यक सामग्री की आपूर्ति लाने व ले जाने वाले वाहनों को छूट रहेगी।


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