यूपी में कोरोना वायरस की जांच में आई तेजी, 24 घंटे में सर्वाधिक दस हजार के करीब जांचे गए सैंपल
उत्तर प्रदेश में दूसरे राज्यों से आ रहे प्रवासी श्रमिकों व अन्य लोगों की वजह से कोरोना संक्रमण तेजी न पकड़े इसके लिए जांच में तेजी लाई गई है।
लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। उत्तर प्रदेश में दूसरे राज्यों से आ रहे प्रवासी श्रमिकों व अन्य लोगों की वजह से कोरोना संक्रमण तेजी न पकड़े इसके लिए जांच में तेजी लाई गई है। पिछले 24 घंटे में रिकार्ड 9981 नमूनों की जांच की गई। बीते दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए थे कि जल्द 10 हजार सैंपल प्रतिदिन जांचे जाएं। स्वास्थ्य विभाग ने तेजी से जांच का दायरा बढ़ाया। सभी जिलों को अब ट्रूनैट मशीनें उपलब्ध करवाई जा रही हैं। इस मशीन की मदद से ज्यादा से ज्यादा कोरोना के नमूने जांचे जा सकेंगे और घंटे भर से भी कम समय में जांच रिपोर्ट आ जाएगी। प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि शुक्रवार को 20 जिलों में यह मशीन पहुंचा दी गई। 50 मशीनें और मंगवाई गई हैं। पांच दिन के अंदर यह मशीनें भी जिलों में पहुंचा दी जाएंगी।
आमतौर पर इस मशीन का प्रयोग टीबी की जांच की जाती है, मगर इसमें ट्रूनैट कैट्रीज चिप लगाने पर कोरोना की जांच भी आसानी से हो सकती है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) इसे पहले ही हरी झंडी दे चुका है। ऐसे में जांच में और तेजी आएगी। प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि जो 9981 नमूनें जांचे गए उसमें कई पूल टेस्टिंग के माध्यम से जांचे गए। 918 पूल पांच-पांच नमूनों के थे और 71 पूल दस-दस नमूनों के थे। प्रदेश में लौट रहे प्रवासी श्रमिकों की स्क्रीनिंग का काम तेजी से किया जा रहा है।
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि सभी जिलों में पल्स ऑक्सी मीटर मशीन उपलब्ध करवाई गई हैं, इससे लोगों में ऑक्सीजन के स्तर का पता लगाया जाएगा। अगर उन्हें सांस लेने में दिक्कत है तो उन्हें निगरानी में लेकर कोरोना टेस्ट किया जाएगा। सभी जनपदों में 50-50 इंफ्रारेड थर्मामीटर पहुंचाए गए हैं। इन सबकी मदद से स्क्रीनिंग तेजी से और आसान तरीके से हो सकेगी। अब 22 सरकारी लैब और सात प्राइवेट लैब में कोरोना की जांच हो रही है। यानी कुल 30 लैब में जांच हो रही है।
अब तक 2.53 लाख से अधिक की हो चुकी है कोरोना जांच : पूरे प्रदेश में अब तक 2.53 लाख से अधिक लोगों की कोरोना जांच हो चुकी है। आगे यह टेस्टिंग और तेज होगी। अब तक 4244 लोग स्वस्थ हो चुके हैं और अब 2842 के लगभग एक्टिव केस हैं। कुल मरीज अब तक 7284 से अधिक पाए जा चुके हैं। वहीं आशा वर्कर की मदद से अब तक प्रदेश में लौटे 1048550 प्रवासी श्रमिकों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है। अब तक 2012 प्रवासी श्रमिक संक्रमित पाए गए हैं। पूरे प्रदेश में 2916 लोगों को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है। वहीं 8507 लोग स्वास्थ्य विभाग द्वारा बनाए गए फैसलिटी क्वारंटाइन में हैं। यह वह लोग हैं जिनके परिवार का कोई सदस्य पाजिटिव पाया गया है या फिर यह संक्रमित मरीज के सीधे संपर्क में आए थे।