NBRI में भी जल्द शुरू होगी Coronavirus की जांच, हर्बल मेडिसिन पर भी होगा शोध
हर्बल मेडिसिन पर शोध कोविड-19 के लिए हर्बल मेडिसिन पर भी शोध और जांच के लिए केजीएमयू व एनबीआरआई ने किया एमओयू।
लखनऊ, जेएनएन। राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान (एनबीआरआई )और किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) कोविड-19 के लिए हर्बल मेडिसिन की तलाश करेंगे । एनबीआरआई जल्द कोरोनावायरस की जांच भी शुरू करेगा । इस संबंध में सोमवार को दोनों संस्थानों ने एमओयू साइन किया ।
एनबीआरआई के निदेशक डॉक्टर एस के बारिक ने बताया कि उनके पास कोविड-19 की जांच के लिए सारी सुविधाएं हैं। मॉलिक्यूलर लैब में वह सभी उपकरण मौजूद हैं जो कोविड-19 की जांच के लिए जरूरी हैं । संस्थान में प्लांट बेस्ड मॉलिक्यूल पर काम होता है इसलिए संस्थान केजीएमयू की मदद लेकर अपने वैज्ञानिकों को कोविड-19 की जांच के लिए ट्रेनिंग दिलवाएगा ।
उन्होंने बताया कोविड-19 की जांच के लिए आरएनए एक्सट्रैक्शन की जरूरत पड़ती है। संस्थान में चूंकि पौधों पर काम होता है इसलिए ह्यूमन वायरस के साथ काम करने का कोई अनुभव नहीं है । संस्थान के वैज्ञानिक आरएनए एक्सट्रैक्शन की जानकारी केजीएमयू के माइक्रोबायोलॉजी लैब के विशेषज्ञों से लेंगे। इसके बाद कोविड-19 की जांच आसानी से की जा सकेगी ।उन्होंने बताया की संस्थान ने पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट आर्डर कर दिए हैं और लैब को तैयार किया जा रहा है अनुमान है कि 1 सप्ताह के अंदर एनबीआरआई में कोविड-19 की जांच शुरू हो जाएगी।
डॉक्टर बारिक ने बताया इसके अलावा कोविड-19 के साथ-साथ मोटापे, गठिया, कैंसर जैसे कई रोगों के इलाज के लिए उनके पास हर्बल दवाओं के विकास के लिए अच्छी लीड हैं ।एनबीआरआई और केजीएमयू साथ मिलकर इन दवाओं के क्लीनिकल ट्रायल करेगा। उम्मीद जताई जा रही है कि दोनों संस्थानों के एक साथ आने से हर्बल दवाओं को विकसित करने में मदद मिलेगी उन्होंने कहा कि एमओयू के चलते भविष्य में शोधार्थी केजीएमयू एनबीआरआई में मौजूद सुविधाओं का लाभ भी उठा सकेंगे। इस मौके पर केजीएमयू के कुलपति प्रोफेसर एमएलबी भट्ट अब्बास अली मेहंदी डॉक्टर समीर मिश्रा डॉक्टर अमिता जैन मौजूद थी। नजीराबाद रोड स्थित नया गाँव मोहल्ला सील किया गया। इससे पहले 12 हॉट स्पॉट सील किए गए थे, जिनमे 4 आंशिक रूप से थे। अब तक राजधानी में कुल 13 इलाके सील किए जा चुके हैं।