Coronavirus : यूपी के बस्ती में बिना ट्रैवल हिस्ट्री वाले युवक की मौत बनी पहेली, जांच में जुटा स्वास्थ्य विभाग
Coronavirus कोरोना वायरस के संक्रमण से बस्ती में युवक की मौत के बाद यह सवाल उठ रहा है कि कहीं अब कम्युनिटी स्प्रेड तो नहीं लेकिन स्वास्थ्य विभाग इससे साफ इनकार कर रहा है।
लखनऊ, जेएनएन। Coronavirus : कोरोना वायरस के संक्रमण से बस्ती के रहने वाले जिस 25 वर्षीय युवक की मौत हुई है, उसकी कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है। यानी वह विदेश यात्रा करके नहीं लौटा और विदेश से लौटे किसी व्यक्ति के संपर्क में था या नहीं, यह भी स्पष्ट नहीं है। ऐसे में अब इसकी जांच कराई जा रही है कि आखिर उसे इन्फेक्शन कहां से हुआ। यह भी सवाल उठ रहा है कि कहीं अब कम्युनिटी स्प्रेड तो नहीं लेकिन स्वास्थ्य विभाग इससे साफ इनकार कर रहा है।
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि बस्ती से जुड़े केस में ट्रेवल हिस्ट्री प्राप्त नहीं हुई है। इसलिए अब यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि युवक को इन्फेक्शन कहां से हुआ। उन्होंने कहा कि यह कम्युनिटी स्प्रेड का मामला नहीं है। यह युवक किडनी की बीमारी से पीड़ित था। ऐसे गंभीर रोगियों को कोरोना वायरस का इन्फेक्शन होने की आशंका अधिक रहती है। फिलहाल मामले की जांच कराई जा रही है। साथ ही यह आशंका भी जताई जा रही है कि युवक का परिवार कहीं कोई सच्चाई छिपा तो नहीं रहा।
गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भर्ती युवक ने सोमवार को दम तोड़ दिया था। उसकी जांच रिपोर्ट में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई थी। दूसरी तरफ सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर अब और सख्ती किए जाने के निर्देश पूरे प्रदेश में दिए गए हैं। लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों पर भी कार्रवाई तेज होगी। प्रोटोकॉल के मुताबिक कोरोना मरीज पाए जाने पर आसपास के तीन किलोमीटर क्षेत्र को सख्ती के साथ बंद करने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए हैैं। इसमें हीलाहवाली की शिकायत मिलने पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है।
बता दें कि बस्ती के युवक की बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज में सोमवार को मौत हो गई थी। बुधवार को उसकी कोरोना संक्रमण की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद मेडिकल कॉलेज में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। आनन-फानन छह डॉक्टर व पैरामेडिकल स्टाफ सहित 10 को आइसोलेट करा दिया गया। नए आ रहे मरीजों को देखने में पूरी सावधानी बरतने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
युवक को रविवार को मेडिकल कॉलेज में सांस फूलने की शिकायत लेकर भर्ती हुआ था। पहले मेडिसिन वार्ड नंबर 14 में भर्ती किया गया। बाद में तबीयत बिगड़ने पर उसे ट्रॉमा सेंटर के आईसीयू में लाया गया। वहां सोमवार को उसकी मौत हो गई। डॉक्टरों ने संदेह के आधार पर कोरोना संक्रमण की जांच के लिए उसकी लार का नमूना लेकर लैब में भेज दिया। यहां जांच रिपोर्ट अत्यंत संदिग्ध आई थी। इसलिए उसे पुन: जांच के लिए किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) लखनऊ भेजा गया था। वहां हु़ई जांच में रिपोर्ट पॉजिटिव आ जाने से मेडिकल कॉलेज में हड़कंप मच गया।