Coronavirus : डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने कहा- अस्वस्थ पुलिसकर्मियों को चिह्नित कर ड्यूटी में दें राहत
Coronavirus उत्तर प्रदेश के डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी इस विषम हालात में पुलिसकर्मियों का मनोबल बढ़ाए रखने का भी हर प्रयास कर रहे हैं।
लखनऊ, जेएनएन। कोरोना संक्रमण की जंग लगातार बढ़ती जा रही है। पुलिस इन परिस्थितियों का डटकर मुकाबला कर रही है। उत्तर प्रदेश के डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी इस विषम हालात में पुलिसकर्मियों का मनोबल बढ़ाए रखने का भी हर प्रयास कर रहे हैं। इसी कड़ी में डीजीपी ने अस्वस्थ पुलिसकर्मियों को थोड़ी राहत देने की भी रणनीति बनाई है। डीजीपी ने श्वास या फेफड़े की बीमारी, हृदय रोग, गंभीर मधुमेह जैसी बीमारियों से ग्रस्त पुलिसकर्मियों को कोरोना की चुनौतीपूर्ण ड्यूटियों से दूर रखने का निर्णय लिया है।
डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने सभी एडीजी जोन, आइजी व डीआइजी रेंज, एसएसपी व एसपी समेत अन्य अधिकारियों को निर्देश दिया है कि ऐसे पुलिसकर्मियों को चिह्नित किया जाए जो गंभीर बीमार से ग्रसित होकर अस्पताल में भर्ती हो चुके हों। 55 वर्ष से अधिक आयु के पुलिसकर्मियों की बीमारी के पूर्व इतिहास के आधार पर समीक्षा करने के निर्देश दिए हैं।
डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने कहा है कि ऐसे पुलिसकर्मियों को चिह्नित करते समय उनके मेडिकल रिकार्ड को अच्छी तरह से देखा जाए। डीजीपी ने कहा है कि ऐसे पुलिसकर्मियों को फ्रंटलाइन की ड्यूटियों से राहत दी जाए। डीजीपी ने कहा कि फ्रंटलाइन ड्यूटी में वे सभी पुलिसकर्मी शामिल हैं, जिनके अनजान व्यक्तियों के निकट संपर्क में आने की संभावना अधिक है। विशेषकर हास्पिटल डियूटी, रैपिड एक्शन टीम ड्यूटी, क्वारंटाइन सुरक्षा डियूटी, स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा ड्यूटी, आरोपितों की गिरफ्तारी की ड्यूटी तथा 112 पीआरवी की ड्यूटी से किसी गंभीर बीमार से ग्रस्त पुलिसकर्मियों को दूर रखने का निर्देश दिया गया है।
डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने इसके साथ ही फ्रंटलाइन ड्यूटी में मुस्तैद पुलिसकर्मियों को पूरी सावधानी बरतने के निर्देश भी दिए हैं। सुरक्षा उपायों को लेकर पुलिसकर्मियों की नियमित ब्रीफिंग के भी निर्देश दिए गए हैं।