Coronavirus : नर्सिंग, डेंटल और इंजीनियरिंग कॉलेजों में बनेंगे लेवल-1 के कोविड-19 अस्पताल
Coronavirus अभी तक करीब 54 हजार आइसोलेशन बेड की व्यवस्था करने वाला यूपी पहला राज्य है। आगे कोरोना संक्रमण से हर हाल में निपटने की मजबूत तैयारी की जा रही है।
लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश में नर्सिंग, डेंटल और इंजीनियरिंग कॉलेजों में लेवल-1 के कोविड-19 अस्पताल बनाए जाएंगे। इन संस्थानों में अस्पताल बनाए जाने से आइसोलेशन बेड की संख्या बढ़कर दोगुनी होगी। अभी तक करीब 54 हजार आइसोलेशन बेड की व्यवस्था करने वाला यूपी पहला राज्य है। आगे कोरोना संक्रमण से हर हाल में निपटने की मजबूत तैयारी की जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बेड की संख्या दोगुनी करने के साथ-साथ लैब में टेस्टिंग भी दोगुने तक बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। अभी 26 लैब में करीब पांच हजार नमूने प्रतिदिन जांचे जा रहे हैं।
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि सभी नर्सिंग, डेंटल व इंजीनियरिंग कॉलेजों में लेवल वन के कोविड-19 अस्पताल जल्द से जल्द तैयार किए जाएंगे। अगर अचानक मरीज बढ़े तो उन्हें बेहतर इलाज की सुविधा मिल सकेगी। उधर प्रदेश में मेडिकल कॉलेजों, अस्पतालों के साथ-साथ वैज्ञानिक व अन्य सभी संस्थानों की लैब की लैब में कोरोना वायरस की जांच की सुविधा शुरू करने की तैयारी की जा रही है। अभी जो पांच हजार नमूने प्रतिदिन जांचे जा रहे हैं उन्हें बढ़ाकर दस हजार प्रतिदिन किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश को तीन जोन में बांटकर ई-कोविड केयर सपोर्ट नेटवर्क नाम से नई सुविधा शुरू की गई है। इसमें कोरोना के लेवल वन से लेकर लेवल थ्री तक के सभी अस्पताल आपस में जोड़े गए हैं। हर मरीज की केस हिस्ट्री, जांच रिपोर्ट सहित सभी जानकारियां ऑनलाइन मौजूद रहेंगी। अगर किसी अस्पताल में मरीज की हालत ज्यादा बिगड़ेगी तो विशेषज्ञ डॉक्टरों से तत्काल टेली कम्युनिकेशन के माध्यम से संपर्क कर इलाज किया जाएगा। 18 मंडलों को छह-छह मंडल में बांटकर तीन जोन बनाए गए हैं। प्रत्येक मंडल के जिलों के कोविड-19 अस्पतालों के प्राइमरी हब अस्पताल व एडवांस्ड हब अस्पताल निर्धारित किए गए हैं ताकि मरीज को कोरोना संक्रमण के साथ ह्रïदय व किडनी रोग सहित अन्य गंभीर बीमारियों से भी बचाया जा सके।