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Civil Service Day: काबिलियत और जुनून से हारेगा कोरोना, बड़ी दमदारी से अपनी भूमिका निभा रहे ये अफसर

Civil Service Day कोरोना के खिलाफ लड़ाई में सिविल सर्विसेज के अधिकारी निभा रहे दमदार भूमिका।

By Divyansh RastogiEdited By: Published: Tue, 21 Apr 2020 01:43 PM (IST)Updated: Tue, 21 Apr 2020 01:43 PM (IST)
Civil Service Day: काबिलियत और जुनून से हारेगा कोरोना, बड़ी दमदारी से अपनी भूमिका निभा रहे ये अफसर
Civil Service Day: काबिलियत और जुनून से हारेगा कोरोना, बड़ी दमदारी से अपनी भूमिका निभा रहे ये अफसर

लखनऊ, जेएनएन। Civil Service Day: कोरोना के खिलाफ जंग में देश के प्रधानमंत्री से लेकर आम आदमी तक ने बड़ी दमदारी से अपनी भूमिका निभाई है। जाहिर है, सबके साझा प्रयास से इस महामारी को हराया जा सकेगा। मंगलवार को सिविल सर्विस दिवस के मौके पर कुछ ऐसे अधिकारियों की चर्चा करेंगे, जिन्होंने पर्दे के आगे और पीछे रहते हुए विपरीत और कठिन परिस्थितियों को बहाना नहींं, चुनौती माना और अपने हुनर, जुनून व इनोवेशन से कोरोना के खिलाफ लड़ाई को आसान बना दिया।

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अभिषेक प्रकाश- (2006 आइएएस)

डीएम लखनऊ ने कोरोना के खिलाफ दिन-रात मोर्चा संभालने के साथ लखनऊ में माइक्रो एटीएम की शुरुआत की, जिससे बैंकों में भीड़ को नियंत्रित करने में मदद मिली। आपदा प्रबंधन के तहत खातों में आने वाली राशि अब जरूरतमंद गांव में ही निकाल रहे हैं, जिससे बैंकों में भीड़ नहीं हो रही है।

राजशेखर (2004 आइएएस)

यूपी परिवहन निगम के एमडी ने दिल्ली में अप्रवासी मजदूरों को लाने का मामला हो या फिर कोटा से आठ हजार छात्रों का निकालने का, सरकार के निर्देश पर हजारों बसों का चंद घंटों में इंतजाम कर दिया। परिवहन विभाग को हाईटेक किया, जिससे ड्राइवर 24 घंटे सीधे कम्यूनिकेशन में रहते हैं। यही वजह है, आनन-फानन हजारों बसें गंतव्य तक पहुंच गयीं।

डॉ.इंद्रमणि त्रिपाठी (नगर आयुक्त)

हर दिन कम्युनिटी किचन से करीब 85 हजार लोगों के भोजन का इंतजाम करना, जरूरतमंदों तक राशन के पैकेट उपलब्ध कराने के साथ ही शहर को असंक्रमित करना उनकी जिम्मेदारी है। ये सब जन सहयोग से कर रहे हैं। अन्न बैंक भी खोल रखा है। सुबह से लेकर रात 11 बजे तक वह कोरोना वायरस की रोकथाम और जरूरतमंदों को भोजन और राशन उपलब्ध कराने में जुटे रहते हैं।

प्रशांत शर्मा (2012 आइएएस)

प्रतीक्षारत प्रशांत शर्मा ने कोरोना जानकारी डॉट इन नाम से वेबसाइट बनाई, जिसमें कोरोना से जुड़ी तमाम जानकारियां हिंदी में उपलब्ध हैं। यह पहली ऐसी वेबसाइट है जो हिंदी में है। इसके साथ ही लॉकडाउन में अनाथालयों में बच्चों की शिक्षा बाधित नहीं हो, इसके चलते शहर के 29 अनाथालयों में ऑनलाइन पढाई की व्यवस्था कराई।

डॉ. अर्चना द्विवेदी (पीसीएस अधिकारी / अपर नगर आयुक्त)

इनके जिम्मे नगर निगम का जोन आठ इलाका है। हॉटस्पॉट क्षेत्र तेलीबाग के घोसियाना में भी जाना पड़ता है। कम्युनिटी किचन की निगरानी के साथ ही हर दिन यह रिपोर्ट तैयार करना कि कुल कितने को भोजन के पैकेट बांटे गए हैं। जरूरतमंद महिलाओं और किशोरियों को सेनेट्री नैपकिन का वितरण भी करा रही हैं।

मोनिका एस. गर्ग (1989 आइएएस)

लॉकडाउन के कारण उच्च शिक्षा को नुकसान न पहुंचे, इसके लिए प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा, मोनिका एस. गर्ग की भूमिका सराहनीय रही। कोर्स वर्क पूरा करने के लिए ऑनलाइन क्लास से लेकर विद्यार्थियों को ई-कंटेंट उपलब्ध कराने के रास्ते को आसान किया। मुश्किल समय पर बच्चों के परीक्षा संबंधी जानकारी व उन्हें मनोवैज्ञानिक रूप से स्वस्थ बनाए रखने के लिए विश्वविद्यालयों में परामर्श सेल स्थापित कराया।

पल्लवी मिश्र (2015 पीसीएस)

मोहनलालगंज तहसील में उपजिलाधिकारी का पद संभाल रहीं हैं। मुनाफाखोरी और कालाबाजारी करने वालों पर कार्रवाई कर चर्चा में आयी हैं। पल्लवी अब खुद ही ग्राहक बनकर स्टिंग कर दुकानदारों को सलाखों के पीछे पहुंचा रही हैं, जिससे पूरे जनपद के मुनाफाखोरों में खौफ है।

राजकमल (आइएएस)

संयुक्त सचिव आयुष विभाग ने अपने विभाग के करीब 10 हजार डॉक्टर, नर्स और अन्य स्टाफ को प्रशिक्षित कराकर कोरोना के खिलाफ फ्रंट लाइन वर्कर के रूप में तैयार कराया। पांच हजार से अधिक आयुष डॉक्टर और कर्मचारी क्वारंटाइन में सेवाएं दे रहे हैं। वह भारत सरकार की गाइड लाइन को कर्मचारियों तक पहुंचा रहे हैं।

अमित कुमार (अपर नगर आयुक्त)

इनके जिम्मे नगर निगम का जोन-सात का इलाका है। यहां कम्युनिटी किचन का संचालन करने के साथ ही सफाई और सैनिटाइजेशन कराना भी इनकी जिम्मेदारी है। गरीबों को राशन दिलाने के साथ ही उन्हें चिह्न्ति भी कर रहे हैं।

इसलिए मनाते हैं सिविल सर्विस डे

हर साल 21 अप्रैल को सिविल सर्विस डे मनाया जाता है। सिविल सर्विस सरकार के प्रति जवाबदेह होती है। एक तरह से यह भारत सरकार की नागरिक सेवा और स्थायी नौकरशाही है। 1947 में ब्रिटिश राज के भारतीय सिविल सेवा से इसका गठन किया गया। 21 अप्रैल 1947 में सरदार वल्लभ भाई पटेल ने ऑल इंडिया सर्विस का उद्घाटन किया तभी से इस दिन नेशनल सिविल सर्विस डे मनाया जाता है।


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