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Jagran Impact: लखनऊ के निजी अस्पताल में कोरोना का इलाज शुरू, फीस आयुष्मान योजना में तय शुल्क के आधार पर

Jagran Impact आयुष्मान की दर पर निजी अस्पताल करेंगे इलाज पहले दिन 12 मरीज भर्ती हुए। दैनिक जागरण ने उठाया था मसला स्वास्थ्य विभाग हुआ सक्रिय।

By Divyansh RastogiEdited By: Published: Mon, 13 Jul 2020 07:26 PM (IST)Updated: Tue, 14 Jul 2020 06:49 AM (IST)
Jagran Impact: लखनऊ के निजी अस्पताल में कोरोना का इलाज शुरू, फीस आयुष्मान योजना में तय शुल्क के आधार पर
Jagran Impact: लखनऊ के निजी अस्पताल में कोरोना का इलाज शुरू, फीस आयुष्मान योजना में तय शुल्क के आधार पर

लखनऊ, जेएनएन। Jagran Impact : राजधानी के निजी अस्पताल में कोरोना का इलाज मिलने लगा है। वह मरीजों से आयुष्मान योजना में तय रेट के आधार पर शुल्क ले सकेंगे। पहले दिन निजी अस्पताल में 12 मरीज शिफ्ट किए गए। इसके अलावा हज हाउस में एसिमटे मेटिक मरीजों को भर्ती कराया गया।

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दरअसल, राजधानी के निजी अस्पताल कोरोना के मरीजों के इलाज से किनारा रहे थे। दैनिक जागरण ने आठ जून के अंक में निजी अस्पतालों की मनमानी पर प्रहार किया। साथ ही स्वास्थ्य विभाग की ढुलमुल कार्यशैली को भी कटघरे में खड़ा किया। इसके बाद महामारी से निपटने में निजी अस्पताल भी आने शुरू हो गए। सीएमओ डॉ. नरेंद्र अग्रवाल के मुताबिक, आइआइएम रोड स्थित अथर्व अस्पताल में कोरोना मरीजों का इलाज शुरू कर दिया गया। पहले दिन निजी अस्पताल में इलाज के इच्छुक 12 मरीज भर्ती हुए हैं। इन मरीजों से अस्पताल आयुष्मान योजना में तय शुल्क के आधार पर फीस ले सकेंगे। पांच और निजी अस्पताल को जल्द कोविड पैनल से जोड़ा जाएगा। वहीं एसिमटे मेटिक मरीजों को हज हाउस में शिफ्ट किया गया। इसे हजार बेड का कोविड केयर सेंटर बनाया गया है।

निजी मेडिकल कॉलेज में मुफ्त इलाज

शहर के पांच निजी मेडिकल कॉलेजों में भी कोरोना का इलाज किया जा रहा है। इन कॉलेजों का स्वास्थ्य विभाग के साथ करार है। यहां मरीज सीएमओ द्वारा शिफ्ट कराए जा रहे हैं। वहीं, मरीजों के इलाज का खर्च सीएमओ द्वारा भुगतान किया जाएगा।

निजी में 18 हजार बेड

सीएमओ दफ्तर में 2300 एलोपैथ क्लीनक, अस्पताल दर्ज हैं। इसमें नौ सौ के करीब नर्सिंग होम रजिस्टर्ड हैं। यह अस्पताल दस से लेकर सौ बेड तक हैं। ऐसे में निजी अस्पतालों में औसतन 18 हजार बेड होने का अनुमान है।

सरकारी में दस हजार बेड

सरकारी में एलोपैथ के चार बड़े चिकित्सा संस्थान, नौ जिला अस्पताल, 19 अर्बन-रूरल सीएचसी व शहर से लेकर ग्रामीण तक 80 पीएचसी हैं। वहीं आयुषविधा के तीन मेडिकल कॉलेज, 16 आयुर्वेद मिनी अस्पताल, एक यूनानी व 11 होम्योपैथ डिस्पेंसरी हैं। सभी अस्पतालों में इंडोर क्षमता 10 हजार बेडों की है। इनमें से कोरोना के लिए कुछ अस्पतालों को कोविड अस्पताल बना दिया गया है।


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