62 फीसद मेडल पर बेटियों का कब्जा, राज्यपाल बोले- नारी सशक्तिकरण दिख रहा है
डॉ शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय में दीक्षांत समारोह। 116 पदक पाने वालों में 72 छात्राएं। इस साल अब तक प्रदेश में 56 फीसद छात्राएं सफल हुई है।
लखनऊ, जेएनएन। डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय में दीक्षा समारोह की अध्यक्षता कर रहे प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि अब तक पांच समारोह में आया हूं। अटल बिहारी वाजपई के नाम स्व आयोजित समारोह में आकर गर्वान्वित हो रहा हूं। सभी 28 विश्व विद्यालय का कुलाधिपति हूं। सभी का दीक्षा हो रहा है। ऐसे में प्रदेश आगे बढ़ रहा है।
पीएम का सपना हो रहा पूरा
राज्यपाल ने कहा कि 1954 बीकॉम की परीक्षा पास की है, तब से अब तक आंकड़ो में ही बात करता हूं। 896 में 507 छात्राएं हैं। 116 पदक में 72 छात्राएं है। ऐसे में यहां नारी सशक्तिकरण हो रहा है। यह मेरा 25 वां दीक्षांत समारोह है। आगरा में 85 फीसद छात्राएं पदक पाने में सफल रहीं। पिछले वर्ष 51 फीसद छात्राएं डिग्री प्राप्त करने में सफल रही है। वहीं, इस साल अब तक प्रदेश में 56 फीसद छात्राएं सफल हुई है। गाउन को त्याग कर हमने अग्रजियत को छोडऩे का काम भी किया। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी ने सर्व शिक्षा का मंत्र दिया था। इसी वजह से लोग शिक्षा से आगे बढ़ रहे है। पीएम नरेंद्र मोदी का बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान भी मजबूत हुआ है।
इनको मिले पदक
116 मेडल में से 44 गोल्ड मेडल हैं। इसमें 33 गोल्ड छात्राओं को और 11 गोल्ड छात्रों को मिले। इसके अलावा 37 रजत पदक में से 25 छात्राओं और 12 छात्रों को दिए गए। ऐसे ही 35 कांस्य पदक में से 14 छात्राओं व 21 छात्रों को मिले।
तीनों कुलाध्यक्ष पदक छात्राओं को
सर्वाधिक अंक हासिल करने वाली छात्राओं को कुलाध्यक्ष पदक दिया गया। इसमें एमएससी एंप्लायड स्टेटिक्स अनुपमा यादव को गोल्ड, एमसीए की छात्रा निहारिका को सिल्वर व एमसीए की ही छात्र नाशीन सिद्दीकी को कुलाध्यक्ष कांस्य पदक मिला।
प्रोफेसर बनना है सपना
अनुपमा यादव ने एमएससी एप्लॉयड सांख्यिकी में टॉप किया है। उन्हें कुलाध्यक्ष गोल्ड मेडल मिला। उन्नाव निवासी अनुपमा के पिता किसान हैं। सर्वोच्च अंक हासिल करने के लिए उन्होंने समय-समय पर खुद का आकलन व निरंतर सुधार करने का मंत्र बताया। उन्होंने कहा कि दूसरे क्या करते हैं, इस पर ध्यान देने के बजाए खुद की मेहनत की समीक्षा अवश्य करना चाहिए।
पीएचडी करने का है लक्ष्य
राजाजीपुरम निवासी निहारिका ने एमसीए में 88.83 फीसद अंक हासिल किए। उन्हें कुलाध्यक्ष सिल्वर मेडल मिला। निहारिका के पिता सुधीर व्यवसायी हैं। उन्होंने बताया कि पीएचडी करना उनका लक्ष्य है। वहीं सफलता के लिए उन्होंने नियमित क्लास, ट्यूशन और होम स्टडी की।
शादी के बाद पति ने दिया साथ
राजाजीपुरम निवासी नौशीन ने एमसीए में 87.83 फीसद अंक मिले। उन्हें कुलाध्यक्ष ब्रांज मेडल मिला। नौशीन के मुताबिक प्रथम वर्ष में शादी हो गई है। इसके बाद पति शहरयार ने पूरा साथ दिया। उन्होंने पढ़ाई के लिए प्रेरित किया। नौशीन वेब डेवलपर बनना चाहती हैं।