घर के बजट को बिजली का झटका, बढ़ी दरों से उपभोक्ता परेशान Lucknow News
प्रदेश भर में 12 फीसद तक महंगी हुई बिजली से उपभोक्ता परेशान। अक्टूबर से आने वाला बढ़ा बिल नई दरों के हिसाब से करना होगा जमा।
लखनऊ, जेएनएन। बिजली दरें बढऩे से राजधानी का मध्यम वर्ग सबसे ज्यादा परेशान है। पहले स्मार्ट मीटर की बढ़ती गति और फिर बिजली की बढ़ती दरों ने घर का बजट बिगाड़ दिया है। पंद्रह से 25 हजार तक मासिक वेतन पाने वाले परिवार सबसे ज्यादा प्रभावित हैं, क्योंकि इसी पैसे में बच्चों की फीस, किराया, खाना पीना और बिजली का बिल चुकाना होगा। अमूमन अब तक जो बिल आठ सौ से बारह सौ आता था अब बढ़कर यह सोलह से दो हजार रुपये तक होने का अनुमान है।
केस एक
गोमती नगर निवासी पुष्पा मिश्रा कहती है कि बिजली की कीमतों को बढ़ाना गलत है। बिजली, पानी आम आदमी के बजट को देखकर बढ़ाना चाहिए। दिल्ली में बिजली की कीमतें देखें और यूपी में। छोटा घरेलू उपभोक्ता नियमित बिल समय से जमा करता है, बड़ा उपभोक्ता व सरकारी संस्थाओं पर लाखों करोड़ों बकाया है, इनका भार आम पब्लिक पर डालना ठीक नहीं है।
केस दो
मडिय़ांव की भारत नगर निवासी माया सैनी कहती हैं कि बिजली की दरें पांच साल में सिर्फ पांच फीसद बढऩी चाहिए। इससे उपभोक्ता मानसिक रूप से तैयार रहेगा। जब ऊर्जा विभाग में घाटा बढ़ा, जनता पर बोझ डाल दिया। सरकार के पास राजस्व कमाने के लिए कई और स्रोत हैं, लेकिन कर्ज और अन्य जरूरत पूरी करने के लिए जनता को चक्की में पीसा जाता है।
बिजली का (यूनिट) स्लैब
वर्तमान नई दरें
फिक्सड चार्ज 100.00 110.00
150 यूनिट तक 4.90 5.50
151-300 यूनिट 5.40 6.00
301-500 यूनिट 6.20 6.50
500 से अधिक 6.50 7.00
बिजली बचाने के नुस्खे
सेवानिवृत्त मुख्य अभियंता आशुतोष कुमार की टिप्स
एसी का तापमान 24 डिग्री सेल्सियस रखें, पंखे का उपयोग करे।
घरों में एलईडी बल्ब का प्रयोग करे।
सोलर गीजर का उपयोग करे।
टीवी व एसी उपयोग में न हो तो, स्विच बंद करे, न कि रिमोट से।
जिस कमरे में बैठें, वहीं बिजली जलाएं।
घर से एक दो दिन के लिए कही जा रहे हों, तो एनसीबी बंद कर दें।
घर की आर्थिंग सही से बनवाएं
10 केवीए उपभोक्ता कैपिसिटर लगवाएं