UP पुलिस भर्ती : STF की निगरानी में हो रही परीक्षा, जायजा लेने पहुंचे SSP
लखनऊ के 62 परीक्षा केंद्रों पर करीब एक लाख 24 हजार अभ्यर्थी पहली पाली में प्रतिभाग ले चुके हैं। रविवार को परीक्षा में सॉल्वर गैंग के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया गया था।
लखनऊ, जेएनएन। प्रदेश भर में पुलिस कांस्टेबल के 49,568 खाली पदों के लिए दूसरे दिन यानी आज लिखित परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है। परीक्षा के लिए दूर-दराज से परीक्षार्थी पहुंचे। राज्यभर के विभिन्न केंद्रों पर परीक्षा दो पालियों में आयोजित कराई जा रही है। लखनऊ के 62 परीक्षा केंद्रों पर करीब एक लाख 24 हजार अभ्यर्थी पहली पाली में प्रतिभाग ले चुके हैं। एसटीएफ की निगरानी में नकलविहीन परीक्षा कराने के लिए पुलिस भी तैनात है। वहीं, एसएसपी कलानिधि नैथानी परीक्षा केंद्रों का जायजा लेने पहुंचे। बता दें, रविवार को सिपाही भर्ती परीक्षा में तकरीबन ढाई लाख परीक्षार्थी शामिल हुए थे। साथ ही परीक्षा में सॉल्वर गैंग के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया गया था।
गौरतलब हो कि उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने नवंबर माह में पुलिस और पीएसी कांस्टेबल के लिए 49,568 पदों पर भर्ती निकाली थी। जिसमें आरक्षी नागरिक पुलिस के 31360 और आरक्षी पीएसी के 18208 पद शामिल हैं।
28 को पकड़े गए थे तीन सॉल्वर
ताजनगरी आगरा से तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया। यह लोग परीक्षा में कॉपी बदलने की फिराक में थे। इन तीनों ने सात लोगों से परीक्षा पास कराने के नाम पर धन उगाही की थी। इनमें शिव कुमार पुत्र हाकिम सिंह निवासी बछगांव गोवर्धन के पास थाना मोगर्रा जनपद मथुरा, भुवनेश पुत्र राम कुमार निवासी सोनई थाना राया मथुरा व सत्यम कटियार पुत्र प्रदीप कटियार निवासी अमोली कुुर्मियान थाना डेरापुर तहसील सिकन्दरा कानपुर देहात हैं। इनके पास से 42 हजार रुपया, दो आधार कार्ड, तीन वोटर आइडी कार्ड, चार पेन कार्ड, एक डीएल तथा दो फर्जी एडमिट कार्ड मिला है। रविवार और सोमवार को दो पालियों में परीक्षा हो रही है।
चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा-व्यवस्था सख्त
उधर, बीते दिन परीक्षा मेें तीन सॉल्वर पकड़े जाने के बाद से यूपी पुलिस सक्रिय हो गई है। एसटीएफ की निगरानी में सिपाही भर्ती परीक्षा 2019 की परीक्षा कराई जा रही है। रविवार को आइजी रेंज एसके भगत और एसएसपी कलानिधि नैथानी ने सभी परीक्षा केंद्रों का जायजा लिया था। उस दौरान एसएसपी का कहना था कि परीक्षा केंद्र के अंदर ऑब्जर्वर के रूप में एक-एक इंस्पेक्टर की ड्यूटी लगाई गई थी। इसके अतिरिक्त सभी केंद्रों के बाहर क्यूआरटी के साथ क्राइम ब्रांच, स्वाट टीम के साथ पुलिसकर्मियों को लगाया गया था। सभी केंद्रों की मॉनिटरिंग सीसी कैमरों से कंट्रोल रूम से की जा रही थी। सभी केंद्रों की सुरक्षा-व्यवस्था चाक-चौबंद की गई थी।