यूपीए शासन में किसानों की ज्यादा आत्महत्या के बयान पर कांग्रेस ने सीएम योगी को बताया झूठा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा यूपीए शासन में सर्वाधिक आत्महत्याएं होने के बयान पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री झूठ बोलने में माहिर हैं।
लखनऊ (जेएनएन)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा यूपीए शासनकाल में सर्वाधिक आत्महत्याएं होने के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री झूठ बोलने में माहिर हैं। वह किसानों की समस्याओं के समाधान में फेल साबित होने के कारण जनता का ध्यान बांटने की कोशिश में जुटे हैं।
शुक्रवार को जारी बयान में राजबब्बर ने कहा कि पूरा देश जानता है कि केंद्र में जब से मोदी सरकार आयी है तब से सर्वाधिक आत्महत्याएं किसानों ने की है। भाजपा शासन में सबसे अधिक परेशान किसान है। प्रदेश में लगभग 13 हजार करोड़ रुपये गन्ना मूल्य मिलों पर बकाया है। बकाया भुगतान न हो पाने से परेशान किसान आत्महत्या कर रहे हैं। भाजपा का किसानों को उपज की लागत का डेढ़ गुना समर्थन मूल्य देने का वादा सिर्फ घोषणापत्र व भाषणों में सीमित होकर रह गया है। गेहूं क्रय केंद्रों पर बिचौलिये हावी हैं। कर्ज माफी सिर्फ जुमला बनकर रह गया है। मुख्यमंत्री किसानों की समस्याएं दूर करने के बजाए विरोधियों पर झूठे और मनगढ़ंत आरोप लगाकर अपनी खीज मिटा रहे हैं।
पूर्व प्रवक्ताओं को बताओ नोटिस जारी
प्रदेश कांग्रेस में मीडिया में बयान जारी करने पर भी पाबंदी लगा दी गई है। प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर की ओर से उपाध्यक्ष आरपी त्रिपाठी ने बयान जारी कर कहा था कि नई व्यवस्था होने तक प्रिंट अथवा इलेक्ट्रानिक मीडिया में कोई बयान नहीं दिया जायेगा। किसी समाचार चैनल पर खुद को प्रवक्ता बताकर कोई कांग्रेसी शामिल होता है तो उसको अधिकृत नहीं माना जाएगा। इस फैसले का उल्लंघन करने पर तीन नेताओं को नोटिस जारी किया गया है, जिसमें दो पूर्व प्रवक्ता भी शामिल हैं। अनुशासन समिति के फजले मसूद ने सुरेंद्र राजपूत, हिलाल अहमद व शुचि विश्वास को नोटिस जारी किया है। सूत्रों का कहना है कि अनुशासनहीनता पर अंकुश लगाने के लिए अभी कई कड़े फैसले लिए जा सकते हैं।