हाथरस में युवती के साथ हैवानियत के विरोध में कांग्रेस का लखनऊ में प्रदर्शन, महिलाओं ने दी गिरफ्तारी
लखनऊ में कांग्रेस पार्टी के नेताओं और महिला कार्यकर्ताओं ने जीपीओ के पास किया प्रदर्शन तकरीबन 50 से ज्यादा नेता और महिला कार्यकर्ताओं को पुलिस ने किया गिरफ्तार कांग्रेस ने प्रदेश सरकार पर कानून व्यवस्था को बिगाड़ने का लगाया आरोप।
लखनऊ, जेएनएन। कांग्रेस ने हाथरस में युवती की दुष्कर्म के बाद हुई हत्या के विरोध को लेकर मंगलवार को जीपीओ पर जोरदार प्रदर्शन किया। जिसमें करीब 50 नेताओं ने अपनी गिरफ्तारी दी। कांग्रेस पार्टी ने आरोप लगाया कि प्रदेश में जंगलराज चल रहा है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जीपीओ पर मंगलवार को जोरदार प्रदर्शन किया। इसमें बड़ी संख्या में महिला कार्यकर्ता भी शामिल थी। मौके पर पहुंचे पुलिस बल ने सभी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार होने वालों में महानगर अध्यक्ष मुकेश सिंह चौहान और महिला कांग्रेस की नेता पार्षद ममता चौधरी भी शामिल रहीं। कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष मुकेश सिंह चौहान ने बताया कि प्रदेश में कानून व्यवस्था बुरी तरह से बिगड़ चुकी है। योगी सरकार को सत्ता में रहने का अधिकार नहीं है। शांतिपूर्ण विरोध करने वाले राजनैतिक कार्यकर्ता को पुलिस की दमनकारी नीति का सामना करना पड़ता है। कांग्रेस पार्टी हर तरह से पीड़ित के परिवार के साथ है। उनकी हर स्तर से मदद की जाएगी।
हाथरस घटना के विरोध में कांग्रेस ने दोपहर में प्रदर्शन करने के बाद शाम को प्रदेश मुख्यालय के पास कैंडल मार्च निकाला। पुलिस ने इस दौरान नेताओं को रोका तो सड़क पर ही श्रद्धांजलि दी। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू,महिला कांग्रेस नेता और पार्षद ममता चौधरी और महानगर अध्यक्ष मुकेश सिंह चौहान के अलावा करीब 40 कांग्रेस नेता कार्यकर्ता इस दौरान मौजूद रहे। प्रदेश अध्यक्ष ने इसको प्रदेश सरकार की नाकामी बताते हुए मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग की।
यह है मामला
उत्तर प्रदेश के हाथरस में दलित लड़की से सामूहिक दुष्कर्म के बाद उसकी जीभ काट दी गई थी। अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कॉलेज से उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहांं उसका मौत से संघर्ष 15 दिन तक चला। मंगलवार को उसकी मौत हो गई। उसके निधन के बाद से प्रदेशभर में माहौल काफी तनावपूर्ण है। इस मामले में पुलिस की कार्रवाई सवालों के घेरे में है। घटना हाथरस के थाना चंदपा इलाके के गांव की है। गांव के ही रहने वाले चार युवकों ने दलित लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया था। आरोप है कि सामूहिक दुष्कर्म के बाद चारों युवकों ने मारपीट करते हुए पीड़िता की जीभ काट दी थी। यही नहीं गला दबाकर हत्या करने की भी कोशिश की गई। इस दौरान हैवानों ने पीड़िता की रीढ़ की हड्डी तोड़ दी।
आरोपियों ने 19 साल की दलित लड़की के साथ बाजरे के खेत में ले जाकर सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया गया था। पुलिस ने दुष्कर्म की धारा में मुकदमा दर्ज ना करते हुए छेड़खानी के आरोप में एक युवक को पकड़ा था। उसके खिलाफ धारा 307 (हत्या की कोशिश) में मुकदमा दर्ज किया गया था। वहीं पुलिस ने कुछ देर बाद ही युवक को थाने से छोड़ दिया था।