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कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा ने पीएम नरेंद्र मोदी से राम मंदिर निर्माण के लिए आए चंदे का मांगा हिसाब

कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव व उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका वाड्रा ने फेसबुक पोस्ट के जरिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से राम मंदिर निर्माण के लिए आए चंदे की पाई-पाई का हिसाब मांगते हुए सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में मामले की जांच मांग की है।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Wed, 16 Jun 2021 09:11 PM (IST)Updated: Thu, 17 Jun 2021 07:40 AM (IST)
कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा ने पीएम नरेंद्र मोदी से राम मंदिर निर्माण के लिए आए चंदे का मांगा हिसाब
प्रियंका वाड्रा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए मिले चंदे का हिसाब मांगा है।

लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। अयोध्या में जमीन खरीद में घोटाले का आरोप लगाते हुए कांग्रेस इस मुद्दे पर सरकार को घेरना चाहती है। पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव व उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका वाड्रा ने फेसबुक पोस्ट के जरिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से राम मंदिर निर्माण के लिए आए चंदे की पाई-पाई का हिसाब मांगते हुए सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में मामले की जांच मांग की है। वहीं, उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने इस मामले को लेकर गुरुवार को हर जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन का ऐलान किया है।

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कांग्रेस नेता प्रियंका वाड्रा ने बुधवार को अपनी फेसबुक पोस्ट में लिखा कि खबरों के अनुसार राम मंदिर निर्माण के ट्रस्ट द्वारा एक जमीन की खरीदारी में घपला हुआ है। अयोध्या की एक जमीन को बीती 18 मार्च को दो लोग दो करोड़ रुपये में खरीदते हैं। यह जमीन सिर्फ पांच मिनट के बाद प्रधानमंत्री द्वारा बनाए गए ट्रस्ट की ओर से 18.5 करोड़ रुपये में खरीद ली गई, यानी जमीन की कीमत 5.5 लाख रुपये प्रति सेकंड की दर से बढ़ गई।

कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा ने कहा कि यह सारा पैसा हिंदुस्तान की जनता द्वारा राम मंदिर निर्माण के दान और चढ़ावे के रूप में दिया गया था। प्रदेश प्रभारी ने आगे लिखा कि ट्रस्ट के सचिव की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि जमीनों के रेट बढ़ गए हैं, इसलिए इतना भुगतान हुआ है। सूचना के अनुसार सर्किल रेट पर भी आकलन करें तो इस क्षेत्र की इतनी जमीन का दाम लगभग पांच करोड़ रुपये होगा।

प्रियंका वाड्रा ने प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए लिखा कि ट्रस्ट का गठन प्रधानमंत्री ने किया था। उनके बहुत करीबी लोग इसमें ट्रस्टी हैं। ट्रस्ट का सीधा आशय भरोसे से होता है। पीएम की जिम्मेदारी है कि प्रभु श्रीराम के नाम पर भक्तों द्वारा चढ़ाई गई पाई-पाई का इस्तेमाल आस्था से जुड़े सामूहिक कार्य में हो, न कि किसी घोटाले में। उन्होंने मांग की है कि सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में इस मामले की जांच कराई जाए। इसी मुद्दे को लेकर गुरुवार को सभी जिला मुख्यालयों पर कांग्रेसी प्रदर्शन करेंगे।


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