डीजल-पेट्रोलमूल्यवृद्धि को लेकर कांग्रेसियों का प्रदर्शन, भागवत का पुतला फूंका
कांग्रेसियों ने आज उत्तर प्रदेश के कई जिलों में केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकार की नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन किया।
लखनऊ (जेएनएन)। कांग्रेसियों ने आज उत्तर प्रदेश के कई जिलों में केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकार की नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन किया। कहीं डीजल-पेट्रोल एवं रसोई गैस की कीमतों में वृद्धि तो कहीं आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की सेना को लेकर की गई बयानबाजी मुद्दा बनी। महंगाई के साथ बोरोजगारी, किसानों-मजदूरों की दुर्दशा जैसे मामलों को लेकर जोरदाजी नारे बाजी होती रही। प्रदर्शनकारियों ने विरोध के लिए नारेबाजी, जुलूस, पदयात्रा और पुतला दहन जैसे तरीके अपनाए।
फैजाबाद में महंगाई का विरोध
फैजाबाद में सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ गुरुवार को कांग्रेसजन सड़क पर उतरे। बड़ी संख्या में बाइक सवार खाली सिलेंडर लेकर रीडगंज से चौक होते हुए रिकाबगंज चौराहा तक पहुंचे। विरोध प्रदर्शन के दौरान कांग्रेसियों के हुजूम ने पदयात्रा भी निकाली। जुलूस के समापन के अवसर पर जिला कांग्रेस अध्यक्ष रामदास वर्मा ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने देश की जनता को झूठे सपने दिखाकर सत्ता हथियाई और अब उनकी जेब खाली करने में लगी है। ऐसी सरकार के विरुद्ध कांग्रेस पार्टी हमेशा आवाज उठाती रही है।
रसोई गैस सिलेंडर से सब्सिडी गायब
फैजाबाद शहर अध्यक्ष राजेंद्रप्रताप ने याद दिलाया कि चार सालों में डीजल-पेट्रोल पर नौ बार एक्साइज ड्यूटी लगाई गई और एक बार डीजल-पेट्रोल की कीमतें घटाने का नाटक भी हुआ, जब कम की गई कीमत रोड सेस लगाकर बराबर कर दी गई। इसी प्रकार रसोई गैस की कीमतों में भी खेल चल रहा है। आज रसोई गैस का सिलेंडर आठ सौ रुपए में मिल रहा है और सब्सिडी का कुछ पता नहीं है। पार्टी के प्रदेश सचिव सुनील पाठक ने सरकार के इस चरित्र को जनता के साथ धोखा बताया। वक्ताओं ने आरोप लगाया कि जब से केंद्र एवं प्रदेश में भाजपा की सरकार आई है, महंगाई की मार से जनता की कमर टूटती जा रही है। कांग्रेस नेताओं ने आने वाले समय में भाजपा के जनविरोधी रुख के कड़े प्रतिकार का आह्वान किया।
बहराइच में भागवत का फूंका पुतला
बहराइच में भारतीय युवा कांग्रेस ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत का पुतला फूंका। प्रदर्शन कर सेना पर की गई टिप्पणी का विरोध किया। युवा कांग्रेस बहराइच अध्यक्ष शरीफ बाबू खां ने कहा कि बिहार दौरे के दौरान आरएसएस प्रमुख ने सेना को लेकर जो बयान दिया उससे सेना का अपमान हुआ। सेना के महीनों तैयारी की तुलना में तीन दिन आरएसएस फौज तैयार कर देने के बयान पर युवा कांग्रेसियों ने नाराजगी जताई। कांग्रेसियों ने प्रधानमंत्री से इस बयान पर स्थिति साफ करने की मांग की। उन्होंने कहा कि सेना पर टिप्पणी करने को लेकर बचना चाहिए। इससे देश की सुरक्षा जुड़ी है। बयानों से सेना के मनोबल पर प्रभाव पड़ता है। सेना सदैव देश हित में कार्य करती है। ऐेसे में वोट बैंक के लिए सेना का नाम घसीटना देश के आम लोगों की भावना को आहत करने के समान है।