महिला आयोग सदस्य से शिकायतः मैडम 1090 तो धोखा !
फर्रुखाबाद में जनसुनवाई को आईं राज्य महिला आयोग की सदस्य अर्चना राठौर के सामने महिला हेल्पलाइन के संबंध में यह शिकायत किसी और ने नहीं, बल्कि जिला सूचना कार्यालय से लिपिक ने ही कर दी।
लखनऊ। फर्रुखाबाद में जनसुनवाई को आईं राज्य महिला आयोग की सदस्य अर्चना राठौर के सामने महिला हेल्पलाइन के संबंध में यह शिकायत किसी और ने नहीं, बल्कि जिला सूचना कार्यालय से लिपिक ने ही कर दी। महिलाओं के प्रति प्रदेश सरकार की संवेदनशीलता के बखान के दौरान पत्रकारों की मौजूदगी में इस तरह की शिकायत सुनकर वह अवाक रह गईं।
निरीक्षण भवन में जनसुनवाई को आईं अर्चना राठौर ने लोक निर्माण विभाग के निरीक्षण भवन में वार्ता के दौरान कहा कि हाल में महिला उत्पीडऩ की शिकायतों की संख्या बढऩे के पीछे कारण यह है कि अब महिलाएं जागरूक हो गई हैं और उत्पीडऩ के खिलाफ आवाज उठाने लगी हैं। पहले यह मामले सामने ही नहीं आते थे। उन्होंने जब प्रदेश सरकार की ओर से शुरू की गई महिला हेल्पलाइन की 1090 योजना की उपयोगिता बताना शुरू की तो सूचना विभाग के सहायक लिपिक राजन मिश्रा से रहा नहीं गया। उनका दर्द जुबान पर आ ही गया। राजन ने कहा कि उनके परिवार की एक महिला को मोबाइल पर परेशान करने के संबंध में उन्होंने कई बार 1090 पर फोन करने का प्रयास किया गया। हर बार आपरेटर ने फोन उठाकर रख दिया। थक-हार कर उन्होंने वह सिम ही निकाल कर फेंक दिया, जिस पर फोन आता था। तब कहीं जाकर मुसीबत से छुटकारा मिला। लिपिक की शिकायत सुनकर आयोग की सदस्य सन्न रह गईं। उन्होंने इस संबंध में लिखित शिकायत करने को भी कहा। उन्होंने बताया कि एक बार तो वह खुद भी ब्लाइंड कॉल्स की परेशानी से गुजर चुकी हैं। तंत्र-मंत्र और धर्म की आड़ में महिला उत्पीडऩ के सवाल पर उन्होंने कहा कि महिला को पहली नजर में ही पुरुष की नियत पता चल जाता है। ऐसे में यदि वह प्राथमिक चरण में ही 'इग्नोर' और 'टॉलरेट' न करें तो यह स्थिति कभी न हो।
निरीक्षण भवन में कमालगंज थाने के ग्राम गदनपुर देवराजपुर निवासी निर्मला देवी ने पति के खिलाफ शराब पीकर मारपीट करने की शिकायत की। इसी तरह मोहम्दाबाद के ग्राम मौधापुर में तैनात आशा कार्यकत्री ऊषा देवी ने गांव में तैनात आंगनबाड़ी शशि कला द्वारा उत्पीडऩ किए जाने की शिकायत की। सदस्य ने सीएमओ से एएनएम के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिये।