गुमशुदगी सेल में लगा 310 शिकायतों का अंबार, खुलासा एक का भी नहीं
सात दिसंबर को हजरतगंज कोतवाली में एसएसपी ने शुरू की थी एकल विंडो के नाम से गुमशुदगी सेल।
लखनऊ, जेएनएन । राजधानी में गुम वस्तुओं पर्स, पासबुक, डीएल एंव मोबाइल गिरने पर पीड़ितों को थानों से पुलिस टरका देती थी। इसकी जानकारी होने पर एसएसपी कलानिधि नैथानी ने सात दिसंबर को हजरतगंज कोतवाली में एकल विंडो के नाम से गुमशुदगी सेल की व्यवस्था शुरू कराई थी। एकल विंडो खुलने से थानेदारों की और मनमानी हो गई। उन्होंने अपने यहां इस तरह की शिकायतें ही दर्ज करना बंद कर दिया है। थाने पहुंची पीड़ित को वह सीधे हजरतगंज एकल विंडो में शिकायत दर्ज कराने को भेज रहे हैं। अबतक यहां 310 शिकायतें दर्ज हुई हैं, जिसमें 225 मोबाइल गुमशुदगी की हैं।
नोडल अधिकारी सीओ हजरतगंज अभय कुमार मिश्र का कहना है कि संबंधित शिकायतों को एसएसपी कार्यालय स्थित रिकवरी सेल भेजा गया है। मोबाइल नंबरों को सर्विलांस पर लेकर पड़ताल की जा रही है। मोबाइल रिकवर होते ही पीड़ितों को सूचना दी जाएगी। अबतक कितने मोबाइल मिले हैं इसकी उन्हें जानकारी नहीं है।
केस एक : रायबरेली रोड एल्डिको निवासी नितिन श्रीवास्तव ने बताया कि उनकी पत्नी रागिनी का सात दिसंबर को मोबाइल गिर गया था। उन्होंने आठ दिसंबर को एकल विंडो में प्रार्थनापत्र देकर शिकायत दर्ज कराई पर अबतक कोई अपडेट नहीं मिला।
केस दो : मुफ्तीगंज के गुलाब अब्बास जैदी के मुताबिक सात दिसंबर को उनका मोबाइल गिर गया था। थाने में सुनवाई न होने पर उन्होंने नौ दिसंबर को एकल विंडो पर प्रार्थनापत्र दिया था। पर अबतक वहां से भी कोई पड़ताल नहीं की जा सकी है।
मोबाइल मिल गया क्या भइया
खोए मोबाइल के बारे में जानकारी लेने के लिए संवाददाता ने डालीगंज नई बस्ती निवासी सुधीर के घर पर फोन किया। सुधीर के घर पर एक महिला ने फोन रिसीव किया। जब उससे यह पूछा गया कि क्या आपका मोबाइल खोया है तो उसने छूटते ही कहा कि क्या मोबाइल मिल गया है भइया पर जब उसे बताया गया कि नहीं तो वह मायूस हो गी। महिला ने कहा कि एक-एक दिन कर इंतजार कर रही थी कि शायद फोन आए और सूचना मिले कि मोबाइल मिल गया। महिला ने बताया कि नौ दिसंबर को मोबाइल खोया था थाने में सुनवाई न होने पर हजरतगंज में शिकायत दर्ज कराई गई थी।