यूपी में डेढ़ दर्जन कंपनियां करेंगी निवेश, दो लाख से अधिक युवाओं को मिलेगा रोजगार
निवेश का यह प्रस्ताव अखिलेश सरकार के समय का था लेकिन, भूमि खरीद पर स्टैंप ड्यूटी की छूट पर पेंच आने से तब यह परवान नहीं चढ़ सका। योगी सरकार ने आते ही इस मसले को हल किया, नतीजा सामने है।
लखनऊ [गिरीश पांडेय]। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के दायरे में आने वाले नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेस-वे प्राधिकरण देश और विदेश की नामी इलेक्ट्रानिक्स कंपनियों की पहली पसंद के रूप में उभरे हैं। कोरियाई कंपनी सैमसंग यहां पांच हजार करोड़ रुपये का निवेश करेगी। पहले चरण में तीन हजार करोड़ की लागत से बन रही इकाई में अगस्त से मोबाइल फोन और रेफ्रीजेरेटर का उत्पादन शुरू हो जाएगा। हालांकि निवेश का यह प्रस्ताव अखिलेश सरकार के समय का था लेकिन, भूमि खरीद पर स्टैंप ड्यूटी की छूट पर पेंच आने से तब यह परवान नहीं चढ़ सका। योगी सरकार ने आते ही इस मसले को हल किया, नतीजा सामने है।
यह तो सिर्फ एक उदाहरण है। लावा इंटरनेशनल, सेंचुरी डेवलपेंट कारपोरेशन (सीडीसी) ओप्पो मोबाइल प्राइवेट लिमिटेड, हेब्स इलेक्ट्रानिक्स, इंफो पावर टेक्नोलाजी, जीएलएमटीडी जैसी करीब डेढ़ दर्जन कंपनियों के निवेश प्रस्ताव सरकार को प्राप्त हुए हैं। इनमें से लावा इंटरनेशनल और ओप्पो मोबाइल के प्रस्ताव को राज्य सरकार से मंजूरी मिल चुकी है। वीवो, सीडीसी, आप्टमस, टाविस, प्रभात और माइक्रोमैक्स को भारत सरकार से मंजूरी मिलने की प्रतीक्षा है।
बाकी के प्रस्ताव प्रदेश सरकार के पास अलग-अलग चरणों में विचाराधीन हैं। कुछ कंपनियों के तो एक से अधिक प्रस्ताव हैं। इन कंपनियों के जरिये करीब 11 हजार करोड़ का निवेश होगा और दो लाख युवाओं को रोजगार मिलेगा। सरकार जिस तरह फरवरी में होने वाली 'इन्वेस्टर्स समिट को सफल बनाने में जुटी है, उसके मद्देनजर उम्मीद है कि समिट के पहले इनमें से अधिकांश कंपनियों के निवेश प्रस्तावों को अंतिम रूप से निवेश की मंजूरी मिल जाएगी।
बनने वाले उत्पाद
ये कंपनियां मोबाइल, स्मार्ट फोन व इनके उपकरण, पीसीबी (प्रिंटेड सर्किट बोर्ड) एसेंबली, आटोमेटिक इलेक्ट्रानिक्स, केबिल एसेंबली, कनेक्टर, बैटरी, पावर माड्यूल्स, टीएफटी एलसीडी (थिन फर्म ट्रांजिस्टर लिक्विड क्रिस्टल डिस्प्ले) और अन्य घरेलू उपकरण आदि बनाएंगी।
इन्वेस्टर्स समिट के जरिये 25 हजार करोड़ रुपये निवेश का लक्ष्य
समिट के जरिये सरकार नोएडा और इससे लगे इएसडीएम (इलेक्ट्रानिक्स सिस्टम डिजाइन एंड मैन्यूफैक्चरिंग) जोन में 25 हजार करोड़ रुपये के निवेश का लक्ष्य रखा है। समिट को सफल बनाने के लिए देश के छह प्रमुख महानगरों में होने वाले रोड शो में बेंगलुरु और हैदराबाद में इंफारमेशन एंड टेक्नोलाजी और इलेक्ट्रानिक्स पर ही फोकस था। नई इलेक्ट्राक्सि नीति, इलेक्ट्रानिक्स मिशन निदेशालय, इसमें स्थायी रूप से तैनात मिशन निदेशक, उपनिदेशक और सलाहकार निवेशकों की हर स्तर पर मदद कर उनकी राह को और आसान बनाएंगे।
कंपनी निवेश रोजगार
सीडीसी 30000 20000
लावा 2715 77000
अप्पो 3000 45000
वीवो मोबाइल 500 10000
हेब्बस 320 8000
इंफो पावर 15 500
जीएलएमटीडी 66 300
फाक्सलिंक 112 35000
ग्लोरी टेक 66 1500
आप्टमस 824 20400
टोविस 420 1529
प्रभात 205 2000
भगवती 50 2000
(नोट : निवेश करोड़ रुपये में और रोजगार हजार में)