युवक की हत्या पर आगरा में सांप्रदायिक तनाव, पथराव-फायरिंग
गोकशी का विरोध करने वाले अरुण माहौर की हत्या का मामला अभी ठंडा नहीं पड़ा था कि आगरा के एत्माद्दौला का गढ़ी चांदनी सांप्रदायिकता की आग से झुलस गया। शराब बिक्री के विरोध में चाकू मारकर घायल किए गए युवक की देर रात मौत के बाद हालात बिगड़ गए।
लखनऊ। गोकशी का विरोध करने वाले अरुण माहौर की हत्या का मामला अभी ठंडा नहीं पड़ा था कि आगरा के एत्माद्दौला का गढ़ी चांदनी सांप्रदायिकता की आग से झुलस गया। शराब बिक्री के विरोध में चाकू मारकर घायल किए गए युवक की देर रात मौत के बाद हालात बिगड़ गए। तीन घंटे मुआवजे की मांग को लेकर शव घर पर रखा रहा। अंतिम संस्कार के लिए ले जाते ही अराजक तत्वों ने पड़ोस की अल्पसंख्यक बस्ती पर हमला बोलकर पथराव और फायरिंग कर दी। दहशत के चलते बाजार बंद हो गया। क्षेत्र में पुलिस तैनात है।
आगरा के एत्माद्दौला के गढ़ी चांदनी निवासी 32 वर्षीय प्रमोद निषाद को पड़ोस में रहने वाले शहनवाज और उसकी पत्नी तराना ने चाकुओं से गोदकर लहूलुहान कर दिया था। उसे देर रात दिल्ली रेफर कर दिया। वहां पहुंचने से पहले ही मौत हो गई। खबर आते ही बस्ती में तनाव फैल गया। तड़के कई थानों के पुलिस फोर्स के साथ अधिकारी गढ़ी चांदनी पहुंच गए। दोपहर 11 बजे पोस्टमार्टम के बाद शव बस्ती में पहुंचा, तो आक्रोश फैल गया। तीन घंटे मुआवजे की मांग को लेकर शव घर पर रखा रहा। दो बजे के बाद परिजन शव को अंतिम संस्कार के लिए ले गए। इसी बीच अराजक तत्वों ने प्रकाश नगर में अल्पसंख्यक समुदाय की बस्ती में हमला बोल दिया। जो मिला, उसे पीट दिया। घरों के बाहर लगे बिजली के मीटर तोड़ दिए। घरों में पथराव कर बाहर खड़ी कारों के शीशे तोड़ डाले। इसके बाद हवाई फायरिंग की। पथराव में मेहराज खान और घाट निवासी जमील घायल हो गए। कई अन्य महिलाओं और युवकों को भी चोटें आयी हैं। मुकदमे के अनुसार, तराना और शहनवाज अवैध शराब बेचते हैं। प्रमोद ने विरोध कर पुलिस को सूचना दी तो इसी से गुस्साए पति-पत्नी और तराना के भाई रईस ने प्रमोद की हत्या कर दी। सीओ छत्ता बीएस त्यागी ने बताया कि तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर पथराव करने वालों पर भी मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।