सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, नागरिकता कानून पर गुमराह कर रहा विपक्ष
बोले मुख्यमंत्री- कांग्रेस सपा और बसपा के इतिहास से हर कोई वाकिफ। बहकावे में नहीं आएगी जनता अंतत सबको मुंह की खानी पड़ेगी।
लखनऊ, (राज्य ब्यूरो)। नागरिकता संशोधन कानून को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शन के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि यह कानून जनहित में है, किसी धर्म या जाति के खिलाफ नहीं। इससे विपक्ष की वोट बैंक की राजनीति हमेशा के लिए खत्म हो जाएगी, इसी बौखलाहट में जनता को गुमराह कर रहे हैं। योगी ने कहा कि सपा, बसपा और कांगे्रस के चरित्र से हर कोई वाकिफ है। इन सभी को मुंह की खानी पड़ेगी।
मुख्यमंत्री ने बुधवार को एक कार्यक्रम में विभिन्न मुद्दों पर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी को जोडऩा गलत है। पड़ोसी देशों के पीडि़त अल्पसंख्यकों को भारत में शरण मिलनी चाहिए। यह हमारी परंपरा भी रही है। हम वही कर रहे हैं। राम मंदिर के सवाल पर उन्होंने कहा कि इसके लिए हर भारतवासी से 11 रुपये और एक ईंट देने की अपील की है। भव्य राम मंदिर जन सहभागिता से बनेगा। इसमें सरकार का एक पैसा भी खर्च नहीं होगा। उन्होंने राम राज्य को भी आमजन के हित से जोड़कर परिभाषित किया।
राहुल गांधी के रेप इन इंडिया वाले बयान पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सत्ता में बने रहने के लिए समाज में हरसंभव तरीके से अराजकता फैलाना कांग्रेस का इतिहास है। क्या 1984 के दंगों, आतंकवाद, नक्सलवाद, अलगाववाद को बढ़ावा देने के लिए कांग्रेस देश से माफी मांगेगी।
विधानसभा में विधायकों के धरने के बारे में पूछे जाने पर योगी ने कहा कि स्वस्थ लोकतंत्र में हर जनप्रतिनिधि विधानसभा में अपनी बात रखना चाहता है। उन्हें मौका नहीं मिल पाया, इसलिए वह धरने पर बैठे थे। विधायकों को संसदीय संस्थाओं की मर्यादा का भी पालन करना होगा। शासन को भी उनकी बात सुननी और माननी होगी। संसदीय कार्य मंत्री की रिपोर्ट आने पर इस मामले में उचित कार्यवाही करेंगे। योगी ने एक जिला एक उत्पाद योजना से रोजगार सृजन और नमामि गंगे प्रोजेक्ट के तहत कानपुर में 128 साल पुराना सीसामऊ नाला बंद किए जाने की उपलब्धियां भी गिनाईं।