यशवंत सिंह के स्थान पर विधान परिषद में जाएंगे सीएम योगी आदित्यनाथ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तो यशवंत सिंह की रिक्त सीट पर सदन में जाएंगे जबकि उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा को डॉ. अशोक बाजपेयी की सीट से विधान परिषद में जाने का मौका मिलेगा।
लखनऊ (जेएनएन)। विधान परिषद के उपचुनाव में मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व दिनेश शर्मा के साथ परिवहन राज्य मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह और वक्फ राज्य मंत्री मोहसिन रजा ने मंगलवार को जय श्रीराम व भारत माता की जयकारों के बीच अपने नामाकंन पत्र दाखिल किए। 15 सितंबर को चार सीटों पर होने वाले उप चुनाव के लिए नामांकन का आज अंतिम दिन था। केवल चार नामांकन होने के कारण योगी आदित्य नाथ, केशव प्रसाद मौर्य, डा.दिनेश शर्मा व स्वतंत्रदेव सिंह का निर्विरोध निर्वाचित होना सुनिश्चित हो गया है। पांचवी सीट के लिए 18 सितंबर को मतदान होगा और नामांकन पत्र सात सितंबर तक जमा होंगे। मंगलवार को पांचवी सीट के लिए वक्फ राज्य मंत्री मोहसिन रजा ने भी नामांकन जमा कराया और समर्थकों ने जयश्री राम नारे लगाएं।
नामांकन कराने से पहले प्रदेश अध्यक्ष डा.महेंद्र नाथ पांडेय ने भाजपा मुख्यालय में सभी प्रत्याशियों का तिलक लगा स्वागत किया और प्रात: लगभग 11 बजे जुलूस के रूप में विधान भवन के सेंट्रल हाल पहुंचे। विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित, संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना, सूर्यप्रताप शाही, धर्मपाल सिंह, सुरेश राणा, सतीश महाना, राजेश अग्रवाल, उपेंद्र तिवारी, गोपाल टंडन, ओमप्रकाश राजभर, एसपी बघेल, रमापति राम शास्त्री, रीता बहुगुणा जोशी, बृजेश पाठक, प्रकाश शर्मा, अशोक कटारिया, अश्विनी त्यागी, नंदगोपाल नंदी और अनुपमा जायसवाल जैसे नेताओं की मौजूदगी में प्रमुख सचिव विधानसभा व निर्वाचन अधिकारी प्रदीप दुबे ने नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया पूरी की गयी।
यशवंत की सीट पर योगी और बुक्कल की सीट केशव चुने जाएंगे: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को यशवंत सिंह की रिक्त सीट पर उच्चसदन में जाने का मौका मिला और उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा अशोक बाजपेयी की सीट पर विधानपरिषद जाएंगे। इसी तरह बुक्कल नवाब के इस्तीफा देने से खाली सीट पर केशव प्रसाद मौर्य व सरोजिनी अग्रवाल की रिक्त सीट पर परिवहन राज्यमंत्री स्वतंत्र देव सिंह उच्च सदन में जाएंगे। उक्त चारों सदस्य समाजवादी पार्टी से विधान परिषद पहुंचे थे। वहीं बहुजन समाज पार्टी छोड़कर आए जयवीर सिंह की रिक्त सीट पर वक्फ राज्यमंत्री मोहसिन रजा उच्च सदन जाएंगे।
सबसे कम कार्यकाल मोहसिन का होगा : विधानपरिषद उपचुनाव के जरिए जिन पांच सदस्यों को निर्वाचन होना है। उनमें सबसे कम कार्यकाल मोहसिन का ही होगा। जिस सीट पर उनका नामांकन कराया है, उसका कार्यकाल 5 मई 2018 तक है। मुख्यमंत्री योगी व केशव प्रसाद मौर्य का कार्यकाल छह जुलाई 2022 तक रहेगा। वहीं दिनेश शर्मा और स्वतंत्र देव सिंह का कार्यकाल 30 जनवरी 2021 को खत्म होगा।
नामांकनपत्रों की जांच आज व 8 को :
विधानपरिषद की जिन चारों सीटों के लिए नामांकन पत्र जमा कराने के लिए मंगलवार अंतिम दिन था, उनकी जांच बुधवार को होगी। वहीं पांचवी सीट के लिए नामांकन सात सितंबर तक होंगे और आठ को जांच करायी जाएगी। पहली चार सीटों पर आठ सितंबर को नाम वापसी के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केशव मौर्य, डा. दिनेश शर्मा और स्वतंत्रदेव को विधिवत निर्वाचित घोषित कर दिया जाएगा। वहीं पांचवीं सीट के लिए मोहसिन को 11 सिंतबर तक नाम वापसी प्रक्रिया अवधि पूरा होने तक इंतजार करना होगा।
पद ग्रहण के छह माह 19 सितंबर को पूरे होंगे : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनके मंत्रिमंडल ने गत 19 मार्च 2017 को शपथ ली थी। इसमें मुख्यमंत्री योगी समेत पांच लोग किसी सदन के सदस्य नहीं थे। इसलिए छह माह के भीतर उनको किसी सदन का सदस्य बनाना अनिवार्य था वरना पद से इस्तीफा देना पड़ता। छह महीने 19 सितंबर को पूरे होंगे लेकिन इससे पहले ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व दिनेश शर्मा, परिवहन राज्य मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह, वक्फ राज्यमंत्री मोहसिन रजा विधानपरिषद के सदस्य बन जाएंगे।
चुनाव आयोग ने 24 अगस्त को चुनाव आयोग ने प्रदेश में एमएलसी की 4 सीटों पर उपचुनाव का कार्यक्रम घोषित किया था। इसके तहत 15 सितम्बर को चुनाव होना था। तब कयास लगाए थे कि भाजपा के किसी पांचवे मंत्री को इस्तीफा देना होगा। इसी के दो दिन बाद चुनाव आयोग ने बसपा एमएलसी ठाकुर जयवीर सिंह के इस्तीफे के बाद खाली हुई सीट पर भी उपचुनाव का कार्यक्रम घोषित कर दिया। इस एक सीट पर 18 सितम्बर को चुनाव होना है। 29 जुलाई 2017 को बसपा से एमएलसी ठाकुर जयवीर सिंह ने इस्तीफा दिया था। इनका कार्यकाल पांच मई 2018 तक है। अब इस खाली सीट पर 18 सितम्बर को चुनाव होगा।
इनके इस्तीफे से खाली हुई चार सीट
समाजवादी पार्टी के बुक्कल नवाब ने 29 जुलाई 2017 को विधानपरिषद की सदस्यता से इस्तीफा दिया था। इनका कार्यकाल 6 जुलाई 2022 तक है। इन्होंने भाजपा की सदस्यता ली है।
यशवंत सिंह ने भी 29 जुलाई को ही विधानपरिषद की सदस्यता से इस्तीफा दिया था। इनका भी कार्यकाल 6 जुलाई 2022 तक है। यशवंत ने भी भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली है। समाजवादी पार्टी की डॉ. सरोजिनी अग्रवाल ने 4 अगस्त 2017 को इस्तीफा दिया था। इनका कार्यकाल 30 जनवरी 2021 को खत्म हो रहा है। वह भी भाजपा में शामिल हो गई हैं। समाजवादी पार्टी के अशोक बाजपयी ने भी 9 अगस्त 2017 को इस्तीफा दिया था। इनका भी कार्यकाल 30 जनवरी 2021 को खत्म होगा। बाजपेयी भी भाजपा में शामिल हो चुके हैं।
यह भी पढ़ें:योगी आदित्यनाथ तथा दो डिप्टी सीएम सहित पांच नामांकन करेंगे आज
विधान परिषद के उप चुनाव के तहत 31 अगस्त 2017 को उपचुनाव की अधिसूचना जारी की गई। इसके नामांकन की अंतिम तिथि सात सितंबर है। नामांकन पंत्रों की जांच आठ सितंबर को होगी। नाम वापसी का समय 11 सितंबर को रखा गया है। विधान परिषद का उप चुनाव 18 सितंबर को सुबह 9 बजे से 4 बजे तक होगा। इसी दिन शाम को पांच बजे से मतगणना होगी। 20 सितंबर को इसकी प्रक्रिया समाप्त हो जाएगी।
यह भी पढ़ें: लखनऊ को मेट्रो मुबारक, आज पहले सफर को मिलेगी हरी झंडी
भाजपा के सभी प्रत्याशी भाजपा कार्यालय में एकत्र
विधान परिषद के उप चुनाव में नामांकन करने के लिए विधान भवन के सेंट्रल हाल में प्रस्थान करने से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य व डॉ. दिनेश शर्मा के साथ मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह व मोहसिन रजा भाजपा कार्यालय पहुंचे।
यह भी पढ़ें: महेंद्रनाथ पांडेय के समर्थकों ने आपा खोया, 500 ट्रैफिककर्मी भी नहीं संभाल पाए जाम
पार्टी आफिस में सभी के फार्मो की जांच की गई। जिससे कि नामांकन पत्र में कोई गलती न हो। कोई गलत सूचना न जाए। आज चार सीटों की नामांकन का अंतिम दिन है। अगर फार्म रिजेक्ट हुआ तो मंत्री पद किसी को भी छोडऩा पड़ सकता है।