Move to Jagran APP

UP Board Centenary Celebrations: सीएम योगी आदित्यनाथ भी यूपी बोर्ड के पूर्व छात्र, कराया जा रहा सत्यापन

UP Board Centenary Celebrations यूपी बोर्ड अपनी स्थापना के 100वें वर्ष 2021 को शताब्दी समारोह के रूप में मनाने की तैयारी में जुटा है। यूपी बोर्ड अपनी उपलब्धियों में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी देख रहा है।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Tue, 07 Sep 2021 07:49 PM (IST)Updated: Wed, 08 Sep 2021 06:51 AM (IST)
UP Board Centenary Celebrations: सीएम योगी आदित्यनाथ भी यूपी बोर्ड के पूर्व छात्र, कराया जा रहा सत्यापन
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी सम्मानित करेगा यूपी बोर्ड।

प्रयागराज [राज्य ब्यूरो]। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) अपनी स्थापना के 100वें वर्ष 2021 को शताब्दी समारोह के रूप में मनाने की तैयारी में जुटा है। आयोजन को लेकर की जा रही तैयारियों के साथ बोर्ड अपने यहां से पढ़े ऐसे पुरा छात्रों की सूची तैयार करा रहा है, जो प्रदेश व देश के स्तर पर ख्यातिनाम हैं। उन्हें सम्मानित करने की भी योजना है। यूपी बोर्ड अपनी उपलब्धियों में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी देख रहा है। वह उत्तराखंड के पौढ़ी गढ़वाल के रहने वाले हैं। दरअसल, जब योगी आदित्यनाथ पढ़ाई कर रहे थे, तब उत्तराखंड अलग राज्य नही बना था और उत्तर प्रदेश में था। ऐसे में बोर्ड को पता चला कि उन्होंने यूपी बोर्ड से पढ़ाई की है। इसका सत्यापन कराकर शताब्दी समारोह में यूपी बोर्ड सीएम योगी को अपनी उपलब्धियों में दर्ज करेगा और सम्मानित करेगा। 

loksabha election banner

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद के सचिव दिब्यकांत शुक्ल के अनुसार उत्तर प्रदेश सरकार में दोनों उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा और केशव प्रसाद मौर्य भी यूपी बोर्ड से पढ़े हैं। इनके अलावा भी कई विभूतियां हैं, जिन्होंने यूपी बोर्ड के विद्यालयों से शिक्षा अर्जित कर देश और प्रदेश में विविध क्षेत्र में गौरव बढ़ाया है। इनमें राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द का नाम तो शीर्ष पर है ही।

यूपी बोर्ड को मिले 1843 नाम : उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद अपने यहां से पढ़े ऐसे पुरा छात्रों की सूची तैयार करा रहा है। जिलों ने ऐसे 1843 पुरा छात्रों के नाम भेजे गए हैं, जो ज्यादा हैं। ऐसे में परिषद सचिव ने नामों की सूची लौटा दी है और देश प्रदेश में किए गए योगदान के क्रम में 200 से 250 नाम भेजने को कहा है।

तैयारियां शुरू लेकिन तारीख स्पष्ट नहीं : शताब्दी समारोह आयोजित करने को लेकर तारीख अभी स्पष्ट नहीं हुई है, लेकिन तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। योजना तैयार की जा रही है कि शताब्दी समारोह को लेकर यूपी बोर्ड मुख्यालय के साथ-साथ प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भी आयोजन हो। समारोह में देश-प्रदेश में योगदान देने वाले पुरा छात्रों को बुलाकर सम्मानित करने की भी तैयारी चल रही है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.