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सीएम योगी ने कहा-कुछ लोग शरारत पर उतर आए है, उनको सुधारने की जरूरत

सीएम योगी आदित्यनाथ ने दो टूक कहा है कि विधान भवन में विस्फोटक मिलने की जांच एनआइए करे। इसके साथ ही कहा कि कुछ लोग शरारत पर उतर आए हैं, अब उनके साथ सख्ती जरूरी है।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Fri, 14 Jul 2017 11:48 AM (IST)Updated: Fri, 14 Jul 2017 04:42 PM (IST)
सीएम योगी ने कहा-कुछ लोग शरारत पर उतर आए है, उनको सुधारने की जरूरत
सीएम योगी ने कहा-कुछ लोग शरारत पर उतर आए है, उनको सुधारने की जरूरत

लखनऊ (जेएनएन)। प्रदेश की राजधानी लखनऊ के सबसे सुरक्षित मानी जाने वाली इमारत विधान भवन में विधानसभा के सत्र के दौरान विस्फोट मिलने से खलबली मच गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी इस प्रकरण पर बेहद गंभीर है। योगी ने दो टूक कहा है कि विधान भवन में विस्फोटक मिलने की जांच एनआइए करे। इसके साथ ही कहा कि कुछ लोग शरारत पर उतर आए हैं, अब उनके साथ सख्ती जरूरी है। 

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लखनऊ में उत्तर प्रदेश विधानमंडल के मानसून सत्र के दौरान बजट पर चर्चा चल रही है। बजट प्रस्तुत होने के दूसरे ही दिन आज विधान भवन में विस्फोटक मिलने से खलबली मच गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तत्काल ही उच्च स्तरीय सुरक्षा बैठक बुलाई। इस लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ ने हाईलेवल मीटिंग बुलाई। 

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 150 ग्राम  पीईटीएन मिला है। यह एक पुडिय़ा में मिला। विस्फोटक मिलना चिंताजनक है। यह एक खतरनाक साजिश का हिस्सा है। जो इस साजिश के पीछे हैं उनका पर्दाफाश होना जरूरी है। मैं विपक्षी दलों से इस मामले में सहयोग की अपील करता हूं। उन्होंने इसकी जांच एनआइए से करवाने की जरूरत है। कुछ लोग शरारत पर उतर आए हैं। उन्हें सबक सीखाने की जरूरत है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विधानसभा के भीतर बिना पास की एंट्री बंद होनी चाहिए। सदन के सभी सदस्य सुरक्षा संबंधी गाइडलाइंस को फॉलो करें।

सुरक्षा में हुई चुक को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सदन में कहा कि यहां केवल सदस्य, मार्शल और कर्मियों को ही आने की इजाजत है। इनके अलावा तीसरा कोई भी नहीं आ सकता, फिर वह कौन है जिसने ऐसी शरारत की है। सदन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि क्या किसी को विशेषाधिकार मिला है जो इसका दुरुपयोग कर रहा है। यह पूरे सदस्यों और यहां काम करने वाले कर्मियों की सुरक्षा का सवाल है।इसकी जांच होनी चाहिए और दोषी को कड़ी सजा मिलनी चाहिए।मुख्यमंत्री ने कहा कि सदन में मिला सफ़ेद पाउडर एक खतरनाक विस्फोटक था। सुरक्षा के बारे में अधिकारियों को कई बार अवगत करवाया गया,लेकिन उसके बाद भी विस्फोटक का सदन के अंदर पहुंचना एक गंभीर प्रकरण है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस प्रकरण की जांच एनआईए से करवाने की सिफारिश करता हूं। इसके अलावा सदन की सुरक्षा की मॉनीटरिंग सीआईएसएफ से की जाएगी। उन्होंने विधानसभा के सदस्यों से भी अपील की कि वे अपना सहयोग दें। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज के बाद से विधायक, मंत्रियों और कर्मचारियों और उनसे जुड़े लोगों का पुलिस वैरिफिकेशन करवाया जाएगा। इसके अलावा बिना पास के सचिवालय में अब कोई गाड़ी प्रवेश नहीं कर सकेगी। मंत्रियों, विधायकों और कर्मचारियों के अलावा अन्य सभी पास को निरस्त कर दिया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि विधान सभा को उड़ाने की बड़ी आतंकवादी साजिश की NIA से जांच कराने की अध्यक्ष विधान सभा से सिफारिश को सभी सदस्यों ने सर्वसम्मत्ति से माना । मुख्यमंत्री ने कहा सुरक्षा से किसी को खिलवाड़ नही करने दिया जाएगा। विधानसभा मंडप के अंदर पीएमटी पाउडर मिलने की घटना पर मुख्यमंत्री ने कहा इस पूरे मामले की जांच एनआईए से कराई जानी चाहिए इस संबंध में विधानसभा में सर्वसम्मति से इसकी जांच एनआईए से कराए जाने के प्रस्ताव पारित किया गया और निंदा की गई।

देश की सबसे बड़ी विधान सभा की सुरक्षा के लिए विधान भवन के सभी गेटो QRT टीम को तैनात किया जाएगा । गेट पर पूरी बॉडी को चेक करने की की sanner मशीन लगाई जाएगी साथ ही baggage जांच की मशीन भी होगी ।

देखें तस्वीरें: लखनऊ में विधान भवन की सुरक्षा को दी गई मजबूती

फॉरेंसिक रिपोर्ट के मुताबिक इस विस्फोट का नाम पीईटीएन बताया जा रहा है। सबसे बड़ा सवाल यह है कि यह विस्फोटक अंदर कैसे पहुंचा। दरअसल, यूपी विधानसभा में एंट्री के लिए बहुस्तरीय सुरक्षा चक्रों से गुजरना पड़ता है। यही नहीं विधानसभा में सिर्फ विधायकों, मंत्रियों, सफाईकर्मी और मार्शल को ही जाने की इजाजत है।गौरतलब है कि यूपी विधानसभा में अंदर सफेद पाउडर विस्फोटक पाउडर मिला है।

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एंटी माइनिंग और डॉग स्क्वॉड की टीम जब विधानसभा के अंदर जांच कर रही थी तो इसी दौरान उन्हें सफेद पाउडर मिला था। इस पाउडर को फॉरेंसिंक जांच के लिए भेज दिया गया। जांच में पता चला है कि यह पाउडर प्लास्टिक एक्सप्लोसिव है, लेकिन यह डेटोनेटर के साथ ही काम करती है, इससे अलग से विस्फोट नहीं होता। यह विस्फोटक यह उसी जगह पर रखा था जहां तमाम पार्टियों के नेता बैठते हैं। यह विपक्ष वाली लाइन में मिला था।

इसे लेकर कांग्रेस के नेता अखिलेश प्रताप सिंह ने कहा कि यह राज्य की सुरक्षा का सच सामने लाता है। बेहद सुरक्षित विधान भवन में विस्फोटक मिलना हैरानी की बात है। ये लोग जब विधानसभा को सुरक्षित नहीं कर सकते तो जनता को क्या करेंगे। यह राज्य की सुरक्षा का सच सामने लाता है। प्रदेश के विधान भवन में विस्फोटक मिलना हैरानी की बात है।

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समाजवादी पार्टी के नेता राजेन्द्र चौधरी ने कहा कि यह तो बहुत खतरनाक स्थिति है, सघन जांच की जरूरत है। जनता के बीच में तत्काल रिपोर्ट आनी चाहिए। विधान भवन का यह हाल है तो बाकी उत्तर प्रदेश की सुरक्षा का अंदाजा लगा सकते हैं। बहुजन समाज पार्टी के असलम रायनी ने कहा कि 403 विधायकों की जिंदगी कोहिनूर हीरे की तरह है।

 

प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री तथा सरकार मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि सुरक्षाकर्मी अपना काम कर रहे हैं, किसी को चिंता करने की जरुरत नहीं है। आतंकी पूरे भारत में पांव पसारने में लगे हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश में उनको जगह नहीं मिलेगी।

क्या है PETN विस्फोटक

इसको प्लास्टिक विस्फोटक कहा जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम पेनाटेरीथ्रीटोल टेट्रानाइट्रेट या पीईटीएन (Pentaerythritol tetranitrate) है। जर्मन भाषा में इसको नेट्रोपेंटा भी कहा जाता है। इसके अलावा भी इसको PENT, PENTA, TEN, corpent, penthrite के नाम से जाना जाता है।चीनी की तरह सफेद पाउडर होता है। इसमें गंध नहीं होती। यह तो मेटल डिटेक्टर की पकड़ से बाहर होता है। इसमें गर्मी से भी विस्फोट हो सकता है। इसका प्रयोग बड़े आतंकी संगठन करते हैं। इसे डिटेक्ट करना बहुत मुश्किल है। इसके अणु बेहद संगठित होते हैं। इसके कुछ ही अणु बाहर के वायु के साथ संपर्क कर पाते हैं। इसलिए कुत्ते या सेंसर तक इसकी पहचान नहीं कर पाते। अल आसिरी द्वारा बनाये गये पीईटीएन बमों की खासियत यह है कि इसे साधारण सीरिंज से भी केमिकल डेटोनेटर के जरिये विस्फोट किया जा सकता है।


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